एजेंसी/ मौलीनॉन्ग : पीएम नरेंद्र मोदी असम फतह के बाद से पूर्वोतर राज्यों के दौरे पर थे। अपनी मेघालय यात्रा के आखिरी दिन वो खासी समुदाय के आदिवासियों के बीच पहुंचे। एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव कहा जाने वाला मौलीनॉन्ग गांव में शनिवार को उनका स्वागत ढोल-नगाड़ों के साथ पारंपरिक तरीके से हुआ।
वहां पीएम ने चाय की चुस्की लेते हुए ग्रामीणों से बात की औऱ स्वच्छता अभियान से जुड़े लोगों को पुरस्कृत किया। इससे पहले पीएम ने शिलांग के सबसे बड़े पर्यटन स्थल कहे जाने वाले एलिफेंट पॉल का भी दौरा किया। वहां उन्होने रामकृष्ण केंद्र के एक कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित किया।
दिल्ली वापसी से पहले पीएम मेरी होम ऑफ क्रिश्चियम कैथड्रल भी जाएंगे। पूर्वोतर में इसे इसाई धर्म का बड़ा केंद्र माना जाता है। इसके बाद पूर्वोत्तर के साभी सीएम के साथ एक बैठक में बाग लेंगे। शुक्रवार को उन्होने शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के 65वें सामान्य सत्र का उद्घाटन किया था।
उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोतर क्षेत्र, स्वंय सहायता समूह खासकर महिला सहायता समूह के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इन्हीं सब को ध्यान में रखकर पूर्वोतर के लिए विशेष पैकेज को मंजूरी दी गई। मोदी ने शिलांग में एक फुटबाल स्टेडियम की आधारशिला भी रखी। जिसका निर्माण शिलांग में 38 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है।
इसके पहले उन्होंने कहा था कि यह क्षेत्र खेलों के मामले में प्रतिभा संपन्न है, खासतौर से फुटबॉल में। फुटबॉल यहां का एक शौक है। जैविक खेती के बारे में पीएम ने कहा कि इस क्षेत्र में जैविक खाद्दान्न का कटोरा बनने की पूरी संभावना है।