शिवसेना ने अपनी सहयोगी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा है कि एयर स्ट्राइक पर चर्चा आगामी लोकसभा चुनावों तक जारी रहेगी और 14 फरवरी के पुलवामा में हुए आतंकी हमले से पहले विपक्ष द्वारा उठाए गए “ज्वलंत मुद्दे” अब ठंडे बस्ते में जा चुके हैं.
पार्टी ने कहा है कि, “देश के नागरिकों को यह जनाने का पूरा अधिकार है कि सुरक्षा बलों ने दुश्मन को कितना एवं किस तरह की क्षति पहुंचाई है. हमें नहीं लगता कि यह सवाल करने से हमारे बलों का मनोबल कम हो जाएगा.” इंडियन एयर फ़ोर्स के विमानों ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों पर बम गिराए थे. जम्मू-कश्मीर के पुलावामा जिले में आतंकवादी संगठन द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के जवाब में ये हवाई हमले किए गए थे. पुलवामा में हुए आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 44 से अधिक जवान शहीद हो गए थे.
सरकार ने हवाई हमलों में मारे गए लोगों का आधिकारिक आंकड़ा अब तक जारी नहीं किया है, किन्तु कुछ विपक्ष पार्टियां निरंतर इसके सबूत मांग रही है. शिवसेना ने पूछा है कि, “पुलवामा हमले में प्रयोग किया गया 300 किलोग्राम आरडीएक्स आया कहां से? आतंकी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों में कितने आतंकी मारे गए? इन पर चर्चा चुनाव के अंतिम दिनों तक चलती रहेगी क्योंकि पुलवामा में आतंकी हमला होने से पहले मंहगाई, बेरोजगारी एवं राफेल डील विपक्ष के लिए ज्वलंत मुद्दे थे.”