अमेरिका की दिग्गज कंप्यूटर निर्माता कंपनी एप्पल चीन की एक स्थानीय डाटा प्रबंधन कंपनी के साथ सहयोग कर वहां अपना पहला डाटा सेंटर (ब्योरा केंद्र) खोलने को तैयार है।पाक आतंकी के इशारे पर लश्कर ने किया अमरनाथ यात्रियों पर हमला राजनाथ कर रहे है बड़ी बैठक
एप्पल यह केंद्र चीन के कानून के अंतर्गत खोलेगी, जिसमें वैश्विक कंपनियों को देश के अंदर ही यूजर्स के डाटा संबंधी सूचनाएं एकत्र करने की जरूरत होती है। अमेरिका के प्रमुख समाचार पत्र ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में बुधवार को आई एक खबर के मुताबिक, यह डाटा केंद्र एप्पल को चीन में हाल ही पारित नए अधिनियमों का पालन करते हुए उसे उत्पादों की विश्वसनीयता बढ़ाने और सेवाओं की गति तेज करने का मौका देगा।अभी अभी: मुकेश अंबानी के घर में लगी भीषण आग, पूरे देश में मचा हड़कंप
एप्पल ने कहा कि उसके डाटा केंद्र के अंदर पर्दे के पीछे चीन से अधिकारियों को यूजर्स के डाटा तक पहुंचने की कोई सुविधा नहीं होगी।
खबर के अनुसार, डाटा केंद्र एप्पल को स्थानीय स्मार्टफोन प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला करने में मदद करेगा। यह केंद्र प्रमुख तकनीकी कंपनी एप्पल को चीन में अपने आईओएस सेवाओं को अच्छे और कारगर तरीके से मुहैया कराने में भी मदद करेगा।
यह नया डाटा केंद्र एप्पल द्वारा चीन में 1 अरब डॉलर निवेश के हिस्से के तहत है। यह केंद्र गुइझोउ शहर में खोले जाने की योजना है। स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए, एप्पल ने हाल ही में चीन के शंघाई और सूझोउ में दो अतिरिक्त अध्ययन एवं विकास केंद्रों को खोलने के लिए 50.8 करोड़ डॉलर के निवेश की घोषणा की थी।एप्पल के ज्यादातर उत्पादों का निर्माण चीन में ही होता है और यहां उसके सर्वश्रेष्ठ इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर के साधन मौजूद हैं। एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टिम कुक ने हाल ही में चीन विकास मंच के वार्षिक सम्मेलन में दिए भाषण में वैश्वीकरण का पक्ष लिया था। कुक ने साइबर सुरक्षा और यूजर्स की गोपनीयता जैसे मुद्दों पर भी बात की थी। ये दोनों मुद्दे चीन में बहुत ही संवेदनशील विषय हैं।