राज्यसभा के करीब 90 फीसदी सांसद करोड़पति हैं और इन सदस्यों की औसत संपत्ति 55.62 करोड़ रुपये है। यह जानकारी उच्च सदन के मौजूदा 233 में से 229 सांसदों द्वारा नामांकन भरने के दौरान दिए गए हलफनामे से मिली है जिसका खुलासा नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने किया है। एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, इन 229 में से 201 सांसद (88 फीसदी) करोड़पति हैं। जनता दल (यू) के महेंद्र प्रसाद के पास सर्वाधिक 4,078941 करोड़ की संपत्ति है। अमीर सांसदों के मामले में समाजवादी पार्टी की जया बच्चन दूसरे स्थान पर हैं जिनके पास 1,001.64 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसके बाद भाजपा के रवींद्र किशोर सिन्हा के पास 857.11 करोड़ रुपये की संपत्ति है। बड़ी पार्टियों की तुलना की जाए तो भाजपा के 64 सांसदों की औसत संपत्ति 27.80 करोड़ रुपये जबकि कांग्रेस के 50 सांसदों की औसत संपत्ति 40.98 करोड़ रुपये है। सपा के 14 सांसदों की औसत संपत्ति 92.68 करोड़ रुपये और तृणमूल कांग्रेस के 13 सांसदों की औसत संपत्ति 12.22 करोड़ रुपये की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 229 सांसदों में से 51 सांसदों ने हलफनामा दिया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, 20 राज्यसभा सांसदों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उच्च सदन के 154 सांसदों ने अपने ऊपर कर्ज होने की घोषणा की है। इनमें संजय दत्तात्रेय काकडे (304.60 करोड़), टी सुब्बारामी रेड्डी (173.59 करोड़) और जया बच्चन (105.65 करोड़) पर सबसे ज्यादा कर्ज है।