सोशल नेटवर्किंग मंच ‘हेलो’ ने देश में स्थानीय लोगों को अपनी भाषा में भावनाओं को व्यक्त करने का एक बहुत बड़ा मौका दिया है. इसने लोगों के एक-दूसरे से जुड़ने की सुविधा देकर सशक्त बनाया है और यह क्षेत्रीय भाषा में जुड़ने का पसंदीदा मंच साबित हुआ है. इसे लेकर कंपनी के एक शीर्ष कार्यकारी ने बुधवार को जानकारी दी.
हेलो एप को लेकर कंटेंट ऑपरेश्न हेड श्यामंगा बारू ने कहा कि “हिंदी, तेलुगू, तमिल और मलयालम सहित 14 भाषाओं में उपलब्ध इस हेलो एप का मकसद वायरल कंटेंट, हस्तियों की खबरें और प्रमुख विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर उपयोगकर्ताओं को बेहतर तरीके से व्यक्त करने में सशक्त बनाने का है. वहीं उन्होंने आगे बताया कि यह हिंदी, तेलुगू, तमिल, मलयालम, मराठी, गुजराती, उड़िया, बंगाली, कन्नड़, पंजाबी, असमी, हरियाणवी, राजस्थानी और भोजपुरी आदि में उपलब्ध है.
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आपको बता दें कि बरू ने यह भी जानकारी दे कि भारत में हेलो ने इस साल जून में लॉन्च होने के अपने पहले महीने के भीतर 10 लाख डाउनलोड के आंकड़े को ही पर कर लिया था. बता दें किचीनी कंटेंट दिग्गज बाइटडांस द्वारा लॉन्च हेलो का मकसद भारतीय के लिए सूचना और डिजिटल रूप से बंटी बड़ी आबादी के अंतर को पाटना है और इसमें धीरे-धीरे सफलता मिल रही है.