दो दोस्त थे एक था हिन्दू दूसरा था मुसलमान , दोनों की दोस्ती बड़ी पक्की थी उनका अलग अलग मजहब उनकी दोस्ती में कभी आड़े नही आता था पर उन् दोनों की एक परेशानी थी लोग उनसे पूछते की हिन्दू मुसलमान होकर तुम इतने अच्छे दोस्त कैसे हो ? . लोग हिन्दू को बहकाने की कोशिश करते की मुसलमानो से दूर रहो और ऐसे ही मुसलमान को भी बहकाने की कोशिशें की जाती पर दोनों लोगों की बातों को हंसकर टाल जाते पर लोगों की बातें उन्हें अंदर ही अंदर बहुत चुभती भी थी.देखें विडियो: इस हार से धोनी भी हुए मायूस, इस वजह से रोते दिखे इस विडियो में…
दोनों बड़े समझदार थे उन्होंने सोचा क्यों ना लोगों के सामने एक उदाहरण पेश किया जाए , लोगों के सवालों के जवाब दिए जाएँ , तो उन्होंने अपने जानने वाले सब लोगों को एक मीटिंग के लिए बुलाया और सबसे कहा की वे 5 -5 सवाल पूछ सकते हैं . हिन्दू पक्ष के लोग जो 5 सवाल पूछेंगे उनका उत्तर मुसलमान दोस्त देगा और मुस्लमान पक्ष के लोग जो 5 सवाल पूछेंगे उनका उत्तर हिन्दू दोस्त को देना है ऐसा तय किया गया और दोनों दोस्तों ने बदले में लोगों के सामने ये शर्त रखी की उत्तर सुनने के बाद अगर सभी लोग संतुस्ट हुए तो वे आज के बाद उन्हें एक दूसरे के खिलाफ नही भड़काएंगे और अगर दोनों दोस्त उत्तर देने में फ़ैल हो गए तो वो अपनी दोस्ती को हमेशा के लिए खतम कर देंगे…
सवाल – जवाब का सिलसिला कुछ इस तरह शुरू हुआ …
पहला सवाल हिन्दू दोस्त से पूछा गया
तुम लोग हमे कहते हो की हम इस देश को प्यार नही करते , हम आतकवाद फैलाते हैं , हमे हमारी देशभक्ति के लिए सवालों के दायरे में क्यों रखा जाता है तो फिर क्यों तुमने एक मुसलमान को अपना दोस्त बना रखा है ?
जवाब – असफाक उल्ला भी तो मुस्लमान थे – अब्दुल कलाम साहब भी तो मुसलमान हैं , मोहमद रफ़ी भी मुसलमान ही थे , देश के अभी उपराष्ट्रपति भी मुसलमान हैं इसलिए ये कहना की हम मुसलमानो की कदर नही करते बिलकुल गलत है और मुसलमान देश को प्यार नही करते ये इलज़ाम जो लोग लगाते हैं मैं उनको सपोर्ट नही करता , लेकिन मेरी गुजारिश आप लोगों से ये है कि जो चंद लोग आतकवाद फैलाते हैं आप उन् लोगों का कड़ा विरोध कीजिये , अगर दूसरे लोग आपको आतंकवादियों का कड़ा विरोध करते देखेंगे तो फिर किसी की भी हिम्मत नही होगी देखिये जब किसी के घर का कोई बच्चा कोई गलत काम करता है तो उसके पुरे परिवार पे इलज़ाम लगाया जाता है पर अगर उस परिवार के बुजुर्ग उस बच्चे को सारे समाज के सामने दंड देते हैं और अगर वो नही सुधरता तो उनका बॉयकॉट कर देते हैं तो उस परिवार की समाज में बहुत तारीफ़ भी की जाती है इसलिए आप लोगों को अपनी तरफ से थोड़ा प्रयास करना होगा .
पहला सवाल जो मुस्लमान दोस्त से पूछा गया –
हम हिन्दू गौ को माता मानते हैं और तुम लोग हमारी माता को काट के खा जाते हो , फिर काहे के दोस्त बने फिरते हो ?
जवाब – अरे वाह , ये बहुत बड़ा मजाक कह दिया आप लोगों ने अगर आप माता मानते हैं तो फिर क्यों गौ माताएं सड़कों पर आवारा घूमती रहती हैं पर मैं आपसे सवाल नही पूछूंगा बल्कि उत्तर दूंगा जो लोग गौ माता का मांस कहते हैं वे लोग सचमुच पाप के भागी हैं और मैं एक सच्चा मुसलमान उनको कभी सपोर्ट नही करता , अरे गऊ तो हमे दूध देती हैं और उनका दूध अमृत के सामान माना गया है , उनके तो मूत्र से भी कैंसर तक के रोग ठीक हो जाते हैं , गऊ का पालन पोषण करना चाहिए ना की उनको मारना चाहिए .
दूसरा सवाल हिन्दू से –
तुम हिन्दू लोग सचमुच अन्धविश्वासी हो , मूर्ति पूजा करते हो , ऐसे काम तो मुर्ख लोग करते हैं क्या मूर्ति में कोई भगवान हो सकता है , इसलिए हम इसको ( मुस्लमान दोस्त की तरफ इशारा करके ) कहते हैं की मूर्खों से किस बात की दोस्ती ?
जवाब – आप लोग में से कोई एक अपनी फोटो अपने हाथ में लीजिये , अब उस पे थूक दीजिये , अब उसको पैर से मसल दीजिये .. नही नही ..आप ऐसा नही करेंगे क्यूंकि आप फोटो में अपना प्रतिरूप देखते हैं , ऐसे ही हम हिन्दू लोग भगवान की सुन्दर मूर्ति की पूजा करते हैं और उस मूर्ति को परमात्मा का प्रतिरूप मान कर परमात्मा का ध्यान करते हैं , इससे हमे मानसिक शांति मिलती है और ये विज्ञानं के हिसाब से भी बहुत सकारात्मक होता है .
दूसरा सवाल जो मुसलमान दोस्त से पूछा गया –
इस्लाम बड़ा या हिन्दुस्तान ?
जवाब – जिस देश की माटी की खूश्बू ले के पैदा हुए , जिस देश की धरती का अन्न खाते हैं , बेसक इस्लाम मेरा मजहब है और जीने का तरीका है पर मेरे लिए इस देश से बढ़कर कुछ और नही है , ना ही हो सकता है और जो लोग कुछ घटिया लोगों की बातों में आकर इस देश की खिलाफत करने को कहते हैं उनको मेरा जवाब है – भारत वर्ष के ज्यादा सुविधाएँ और सहूलियत मुसलमानो को पूरी दुनिया में कहीं नही मिलेंगी और पाकिस्तान जैसे भूखे नंगे देश में तो बिलकुल भी नही .
केवल इन दो सवालों के जवाब सुनकर वहां मौजूद सब लोगों की आखें ख़ुशी से भर आई और उन्होंने उन् दोनों दोस्तों की दोस्ती को महान बताया और कसम खायी की आज के बाद वो कभी कोई सवाल जवाब नही करेंगे .
परन्तु इन दोनों दोस्तों की कहानी क्या यहीं खतम होती है ? क्या आपके भी कुछ सवाल हैं ? क्या हिंदुत्व के पाठक इन दोनों दोस्तों से कुछ पूछना चाहते हैं ? अगर हाँ तो अपने सवाल कमेंट्स में लिखकर हमे भेजिए . हिंदुत्व टीम आपके सभी सवालों के जवाब देगी और इस देश की एकता और तरक्की के लिए ऐसे लेख लिखती रहेगी -क्यूंकि हम हिंदुत्व पर केवल हिन्दू धरम का प्रचार ही नही करते बल्कि सभी धर्मों की समान रूप से इज़्ज़त करते हैं – भारत माता की जय .