छत्तीसगढ़ में लोगों की राजनैतिक जागरूकता काफी मजबूत है। इसी का नतीजा है कि यहां राजनैतिक स्थिरता के साथ विकास हो रहा है। इसी के साथ यहां की राजनीति में फैलने वाले कचरे का भी अकसर खुलासा हो जाता है, जिससे जनता अलर्ट हो जाती है। राजनेता आपसी स्वार्थ और द्वंद के बीच एक-दूसरे की छवि खराब करने या फिर राजनीति में अपनाई जा रही कूटनीति को कुचलने के लिए समय-समय पर ऐसे एविडेंस जारी करते रहते हैं जो देश भर में लोगों के बीच चर्चा का विषय बनते हैं।
ऐसी ही एक सीडी 2 अक्टूबर की रात जारी हुई जिसमें एक नेता के द्वारा फोन पर एक अन्य नेता के साथ राज्य की दो विधानसभा सीटों पर टिकट के लिए सौदेबाजी की जा रही है। इस सीडी को स्टिंग करने वाले व्यक्ति ने ही जारी किया है जो इस बातचीत के दौरान मौजूद था।
यह है नया सीडी कांड
यहां के सियासती माहौल में इन दिनों ताजा सीडी कांड ने सरगर्मी बढ़ा दी है। यह सीडी कांड प्रदेश की दो विधानसभा सीटों के लिए टिकट की खरीद फरोख्त से जुड़ा हुआ है। इस सीडी में एक कांग्रेस से निष्कासित एक नेता नजर आ रहे हैं, जो अपने वरिष्ठ नेता से फोन पर किसी खास को टिकट देने और फायदे नुकसान की बात करते दिख रहे हैं। दूसरे नेता का न चेहरा दिखा है और न ही नाम लिया गया है। वीडियो में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश के नेताओं की भी सीडी होने की बात कही जा रही है।
2 अक्टूबर की रात जारी हुए तीन वीडियो
2 अक्टूबर की रात सोशल मीडिया पर राजनांदगांव जिलों की सीट और कुछ नेताओं की सीडी सौदेबाजी का तीन वीडियो वायरल हुआ। एक वीडियो 44 मिनट, दूसरा 15.57 मिनट और तीसरा 21.59 मिनट का है। वीडियो में स्टिंग करने वाला व्यक्ति कह रहा है कि एक साल पहले हम दोनों ने तय किया था कि दुश्मन की तरह रहेंगे। एक साल हो गया है, सोचता हूं कि दुश्मनी खत्म कर दी जाए। भवन तो आपने जोरदार बनाया है। नोटबंदी के बाद। यह किसी के बस की बात नहीं थी। पत्थर तो लग गया आपका।
तो अचानक होने लगी खेती-किसानी की बात
इस बीच किसी का फोन आ जाता है, तो कुछ देर के लिए विषय बदल गया। खेती-किसानी की बात होने लगी। स्टिंग करने वाला व्यक्ति फिर से विषय पर आता है और कहता है कि मैं आपके खिलाफ इतना लिखता हूं, लेकिन उसके बाद भी लोग नाटक मानते हैं। एक सांसद का नाम लिया कि वो आपका विरोधी नहीं, काम्पीटिटर है। अभी वो डर गया है। एक बड़े नेता का नाम लेते हुए कहा कि आपकी उससे कुछ गहमा-गहमी हो गई थी क्या? लोग कह रहे थे कि आप गुस्से में थे। आपने कहा कहा था कि छत्तीसगढ़ को मैं जानता हूं, अपने हिसाब से कस्र्गा। स्टिंग करने वाला व्यक्ति बोलता है कि आप तो राजनांदगांव का टिकट कन्फर्म कर दो और कुछ नहीं चाहिए। मैं जो नाम ले रहा हूं, वो जीतेंगे ही।
वीडियो में यह बातें भी…
फिरोज (स्टींग करने वाला)- दुर्ग संभाग के एक बड़े नेता का नाम लेते हुए कहा कि उसका कुछ कर दिया जाए। उसको कुछ ऑफर देना होगा। बोलना पड़ेगा, तुम सीएम बन जाओगे। सरगुजा संभाग के एक नेता का नाम लिया और कहा, उसे भी देखना पड़ेगा। एक पूर्व मंत्री की जबरदस्त सीडी होने की बात कही और कहा, जब चाहो दिखा दूंगा। कांग्रेस के जिस बड़े नेता से बात हो ही थी, उसे फुसलाने के लिए कहा, इन नेताओं को कहेंगे, आपको धोखा दिए, फिर लाएंगे (सीडी)। उसके बाद राहुल जी को जाकर दिखा देंगे, अपने को कुछ नहीं बोलना। सत्ता के ये लोग क्या कर रहे? आपके 2-3 प्रतिद्वंद्वी हैं। 2-4 दिन में दिल्ली जाकर लाऊंगा।
मप्र और उप्र के भी नेताओं की सीडी होने का दावा
फिरोज ने उत्तरप्रदेश के कांग्रेस के एक नेता के आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा- वह उत्तरप्रदेश में फंसा था। वह इतना गिरा हुआ है कि…। इसके बाद फिरोज ने मध्यप्रदेश के एक वरिष्ठ नेता का नाम लेते हुए वीडियो में दिख रहे पप्पू फरिश्ता से कहता कि उनका नाम बताएं क्या? वहीं के एक राजघराने के नेता का नाम लेते हुए कहा, उनकी सीडी भी किसी के पास है। मध्यप्रदेश के एक और वरिष्ठ नेता का नाम लिया और कहा कि उनके साथ कई का (सीडी) है।
स्टिंग पर कांग्रेस का दावा, लग चुकी थी भनक
स्टिंग पर अब कांग्रेस नेताओं का दावा है, कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पहले से साजिश की भनक लग चुकी थी। इस कारण जब स्टिंग करने वाले शख्स फिरोज सिद्दीकी और मध्यस्त पप्पू फरिश्ता का फोन गया तो जिस बड़े नेता की वीडियो में आवाज है, वह अलर्ट हो गए। उन्होंने हूं, हां और कम शब्दों में बात करके सिद्दीकी और फरिश्ता से और बातें उगलवाने की कोशिश की। ताकि साजिश के असल चेहरों तक पहुंचा जा सके।
भाजपा ने निर्वाचन आयोग में की शिकायत
कांग्रेस में टिकट बेचने को लेकर सामने आई सीडी की शिकायत करने भाजपा का प्रतिनिधि मंडल गुरूवार को निर्वाचन आयोग पहुंचा। भाजपा लीगल सेल के प्रमुख नरेश गुप्ता की अगुआई में प्रतिनिधि मंडल ने निर्वाचन आयोग को सीडी कांड को लेकर गुरूवार को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल ने अब तक हुए सभी सीडी कांड के दस्तावेज भी आयोग को सौंपे, जिसके आधार पर कांग्रेस की सदस्यता खत्म करने की मांग की गई। भाजपा का आरोप है कि सीडी की सियासत करके कांग्रेस प्रदेश के राजनीतिक माहौल को बिगाड़ने का काम कर रही है।