राष्ट्रीय महिला आयोग ने शुक्रवार को डीजीपी ओपी सिंह को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह को सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। ऋचा ने महिला आयोग को पत्र लिख खतरे की आशंका जता सुरक्षा की मांग की थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम 10 और 11 दिसंबर को इविवि पहुंची थी
दरअसल, ऋचा की शिकायत पर राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम 10 और 11 दिसंबर को इविवि पहुंची थी। ऋचा ने आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि इविवि की लापरवाही और कृत्यों की शिकायत करने के बाद से उन्हें शोध कार्य रोकने की धमकी दी जा रही है। बाहर से भी धमकी मिल रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को पत्र लिखा। आयोग ने डीजीपी से कहा कि ऋचा की शिकायत पर इविवि पहुंची जांच कमेटी ने छात्राओं की सुरक्षा एवं संरक्षा में तमाम खामियां पाईं। ऋचा ने शुक्रवार को महिला आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि इविवि के पीआरओ डॉ. चित्तरंजन कुमार ने उनके नाम का फर्जी ऑडियो वायरल कर सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल किया। आरोप लगाया कि पीआरओ लगातार आंदोलन वापस लेने का दबाव बनाकर ब्लैकमेल कर रहे हैं।
कुलपति को हटाने की मांग पर अड़ीं
ऋचा सिंह शुक्रवार को छात्राओं के साथ महिला छात्रावास के सामने क्रमिक अनशन पर बैठ गईं। कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू को हटाने की मांग की। कहा कि यदि तीन दिन में कुलपति को बर्खास्त नहीं किया तो आमरण अनशन करेंगे। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष आदिल हमजा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अतेन्द्र सिंह व अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इविवि ने डीएम-एसएसपी को लिखा पत्र
इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दुबे और डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर हर्ष कुमार ने डीएम और एसएसपी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा कि ऋचा सिंह महिला हॉस्टल के सामने आपत्तिजनक पोस्टर लगाकर भीड़ जुटा रही हैं। इससे परिसर में अराजकता का माहौल हो रहा है। उन्होंने मामले में कार्रवाई का अनुरोध किया है।