अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की परीक्षा में शनिवार को जहां नकलची सक्रिय थे, वहीं एसटीएफ की उन पर कड़ी निगाह पहले से जमी थी। एसटीएफ ने लखनऊ से तीन, गोरखपुर से एक व कानपुर से दो सॉल्वर समेत 29 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। बिहार के सॉल्वर गैंग के अलावा लखनऊ में नकल कराने वाला गिरोह भी सक्रिय था, जिसने तीन सेंटर में सांठगाठ कर रखी थी।
नकल कराने वाले गिरोह का सरगना डॉक्टर है। गिरोह ने वॉट्सएप के जरिये पेपर की फोटो बाहर भेजी और सॉल्व कर आंसर-शीट परीक्षा केंद्र पहुंचाई गई थी। लिहाजा पेपर आउट होने व कई अन्य केंद्रों में नकल होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। हालांकि, एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह का कहना है कि पेपर लीक नहीं हुआ। कई अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी व समाज कल्याण पर्यवेक्षक के पदों के लिए अधीनस्थ चयन सेवा आयोग ने शनिवार को लिखित परीक्षा का संचालन किया। पूरे प्रदेश में लाखों अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। शासन के निर्देश पर एसटीएफ व पुलिस को परीक्षा की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिए गए थे।
एसटीएफ ने गोरखपुर के धरमपुर स्थित विमल मांटेसरी गर्ल्स इंटर कॉलेज में परीक्षा के दौरान सॉल्वर पटना, बिहार निवासी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया गया। वह अभ्यर्थी विकास कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। एसटीएफ ने लखनऊ में जानकीपुरम स्थित कृष्णा कांवेंट इंटर कॉलेज से आरा, बिहार निवासी सॉल्वर मनीष को अभ्यर्थी प्रतापगढ़ निवासी राजू पटेल के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा।
ऐसे ही कृष्णानगर स्थित महानगर इंटर कॉलेज में सॉल्वर जहानाबाद, बिहार निवासी सत्येंद्र कुमार को पकड़ा गया।वह अभ्यर्थी प्रतापगढ़ निवासी कुलदीप यादव के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। निशातगंज स्थित एमकेएसडी इंटर कॉलेज से सॉल्वर विकास कुमार को गिरफ्तार किया। प्रतापगढ़ निवासी अभ्यर्थी अखिलेश पाल भी पकड़ा गया।
कानपुर में चकेरी स्थित नीलम ज्योति इंटर कॉलेज में सॉल्वर मनीष को प्रयागराज निवासी अभ्यर्थी विक्रम पटेल के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया। नौबस्ता स्थित आर्यभट्ट इंटर कॉलेज से सॉल्वर विक्रांत कुमार राजपूत तथा अभ्यर्थी प्रयागराज निवासी मनोज पाल को पकड़ा गया।
एसटीएफ के सीओ आलोक सिंह ने बताया कि सॉल्वर गैंग का सरगना बिहार निवासी नागमणि उर्फ नवीन पांडेय भी पकड़ा गया है। एएसपी विशाल विक्रम सिंह की टीम ने मीरजापुर निवासी डॉ.शरद कुमार सिंह व उसके साथी बाराबंकी निवासी उत्तम कुमार के नकल गिरोह को पकड़ा। जिसमें दो प्रबंधक, एक प्रबंधक का भाई, दस कक्ष निरीक्षक व चार अभ्यर्थी भी शामिल हैं।
नकल कराने में थी इनकी भूमिका
डॉ. शरद व उत्तम के अलावा त्रिवेणीनगर निवासी ब्राइट सन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, कृष्णानगर निवासी सिटी माडर्न एकेडमी के प्रबंधक मुकेश पटेल तथा लालबहादुर सिंह इंटर कॉलेज के प्रबंधक के भाई अनिल कुमार सिंह, कक्ष निरीक्षक आनंद कुमार, चंद्र प्रकाश शुक्ला, मनोज कुमार सिंह, आनंद वर्मा, आनंद पटेल, वैभव कुमार, प्रांशु वर्मा, धनंजय चौधरी, संदीप कुमार व शैलेंद्र कुमार यादव तथा अभ्यर्थी बस्ती के परमात्मा प्रसाद, फैजाबाद के शैलेंद्र वर्मा, जौनपुर के कमलेश कुमार व नीरज पाल को गिरफ्तार किया गया।
10 से 12 लाख वसूलने की थी तैयारी
नकल कराने वाले गिरोह ने अभ्यर्थियों से दो-दो लाख रुपए एडवांस लिए थे, जबकि पूरी डील 10 से 12 लाख रुपए में हुई थी। कक्ष निरीक्षकों के जरिये अभ्यर्थी की ओएमआर शीट भरवाकर उसकी फोटो खींची जाती। रिजल्ट आने पर अभ्यर्थी से शेष रकम वसूली जानी थी। ऐसे ही सॉल्वर गिरोह ने भी हर अभ्यर्थी से आठ से 10 लाख में डील की थी और डेढ़ से दो लाख रुपए एडवांस लिए गए थे। बिहार से आए सॉल्वर की फोटो मिक्सिंग के जरिये प्रवेशपत्र पर लगाकर उन्हें भीतर भेजा गया था।