Gujarat Deputy CM Nitin Patel. गुजरात में लव कुश पाटीदार महासम्मेलन में पाटीदार समाज ने अपनी जोरदार धमक दिखाई तो खुद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी यह कहने लगे कि उन पर भी पाटीदार रंग चढ़ने लगा है, लेकिन उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल बयानों को लेकर खूब चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि सत्य कड़वा होता है और वे हमेशा कड़वी बातें ही करते हैं। पटेल ने कहा कि दवा भी कड़वी होती है, लेकिन उससे लाभ होता है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि पाटीदार समाज के परिश्रम के कारण गुजरात देश में नंबर वन बना है। पाटीदार अपने श्रम व उद्यमशीलता से शून्य से सृजन करने वाला समाज है। समाज ने जीवन के हर क्षेत्र में अपनी धाक जमाई है। अपनी मेहनत व हर वर्ग के लोगों के मददगार बनने की भावना व संस्कार ने ही उनकी खास पहचान बनाई है। पाटीदार समाज को सरदार पटेल के सपने को साकार करने के लिए कटिबद्ध होने का आह्वान किया। रूपाणी ने निजी वार्तालाप में राज्य के उपमुख्यमंत्री से यह भी कहा कि बीते दस दिनों से पाटीदार समाज के इतने समारोहों में शामिल हुआ कि अब खुद पाटीदार होने लगा हूं।
अहमदाबाद के सोला भागवत मंदिर पर आयोजित लव कुश पाटीदार महासम्मेलन में केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रूपाला, पूर्व उपमुख्यमंत्री व गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नरहरी अमीन, भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी, नेता विपक्ष परेश धनाणी, कैबिनेट मंत्री कौशिक पटेल, अहमदाबाद महापौर बीजल पटेल, कैडिला फार्मा के चेयरमैन पंकज पटेल सहित पाटीदार समाज के विविध क्षेत्रों के दिग्गज भी मौजूद थे।
सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के बयान खूब सुर्खियों में रहे। उन्होंने हंसते-हंसते सरकार, संगठन व भाजपा नेताओं की इधर-उधर की बातों के खूब चटखारे लिए। नितिन पटेल ने कहा कि वे कड़वा बोलते हैं, लेकिन सत्य बोलते हैं। कड़वी दवा भी गुणकारी होती है, वैसे ही उनकी सख्त बातें भी लंबे समय में लाभकारी हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंती व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री रूपाणी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वाघाणी सब जानते हैं कि वे कड़वा पाटीदार समुदाय से आते हैं। इसका यह लाभ होता है कि वे सख्त व कड़वी बात भी बोलते हैं तो ये नेता उनकी बात का बुरा नहीं मानते। नितिन पटेल ने आरक्षण आंदोलन से नेता बने हार्दिक पटेल का नाम लिए बिना कहा कि पाटीदार समाज हमेशा से एकजुट हैं, कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज के बिखरे होने की बातें करके अपना लाभ लेते हैं।