छठे चरण की वोटिंग के बाद उत्तर प्रदेश में अब सियासी रणभूमि का मैदान पूर्वांचल बन गया है. एक ओर जहां लोगों की निगाहें मोदी के वाराणसी सीट पर है और दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी परंपरागत गोरखपुर सीट पर कमल खिलवाने की चुनौती है. यह सीट बीजेपी का मजबूत दुर्ग माना जाता था, लेकिन उपचुनाव में सपा बसपा के समर्थन से इसे भेदने में सफल रही थी.