उद्धव गुट के नेता और विधायक रवींद्र वायकर और उनके पार्टनर से जुड़े 7 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। भूमि उपयोग की शर्तों में कथित रूप से हेरफेर करके जोगेश्वरी में एक होटल के निर्माण के मामले के संबंध में यह छापेमारी की जा रही है।
पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने बृहन्मुंबई के साथ अपने समझौते का उल्लंघन करके जोगेश्वरी में एक लक्जरी होटल के निर्माण के संबंध में रवींद्र वायकर, उनकी पत्नी और अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था। वायकर और पांच अन्य पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मामला दर्ज किया था। ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग मामला ईओडब्ल्यू की एफआईआर पर आधारित था।
मनी लॉन्ड्रिंग का है मामला
ईडी के एक सूत्र ने पुष्टि की कि लगभग एक सप्ताह पहले, वायकर और कई अन्य लोगों के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई थी और संदिग्धों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में, वायकर और अन्य आरोपियों पर ईओडब्ल्यू द्वारा आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया था।
क्या है आरोप?
वायकर पर बीएमसी खेल के मैदान के लिए आरक्षित भूखंड पर 5 स्टार होटल बनाने की अनुमति प्राप्त करके बीएमसी को 500 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। वायकर महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य हैं, जो जोगेश्वरी पूर्व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वायकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी भी हैं।