Gwalior News उत्तर मध्य रेलवे के झांसी-कानपुर रेलखंड में नॉन इंटरलॉकिंग कार्य चल रहा है। जिसके कारण करीब एक दर्जन ट्रेनें अगले दस दिन तक परिवर्तित मार्ग से संचालित होंगी।
23 फरवरी को पनवेल गोरखपुर एक्सप्रेस झांसी-ग्वालियर-भिंड-इटावा-कानपुर सेंट्रल होते हुए आएगी। 26 फरवरी एवं एक मार्च को एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस भी इसी मार्ग से लखनऊ पहुंचेगी। 23 फरवरी से चार मार्च तक ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस ग्वालियर-भिंड-इटावा-कानपुर सेंट्रल होकर आएगी।
23 फरवरी से 4 मार्च तक बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस भी कानपुर से उरई रेलखंड पर नहीं चलेगी। यह ट्रेन कानपुर से इटावा-भिंड होकर ग्वालियर आएगी। दो मार्च को गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस इटावा-भिंड-ग्वालियर होकर गुजरेगी। दो मार्च को बरौनी-एर्नाकुलम एक्सप्रेस भी इसी बदले हुए मार्ग से संचालित होगी।
दूसरी ओर रेलवे ने अब भी कोहरे की आशंका जताते हुए बरौनी मेल के रद्दीकरण की अवधि को बढ़ा दिया है। ऐसे में आने एवं जाने वाली ट्रेन मार्च माह में भी करीब 18 दिन रद्द रहेगी। ऐसे में यात्रियों को अभी कुछ दिन और परेशानी झेलना होगी।
रेलवे ने ग्वालियर-बरौनी मेल को कोहरे की आशंका के चलते सप्ताह में गुरूवार-सोमवार को 27 फरवरी तक रद्द करने का निर्णय लिया था। अब फिर कोहरे के चलते ग्वालियर-बरौनी मेल के रद्दीकरण की अवधि को बढ़ा दिया गया है। यह ट्रेन अब 2, 5, 9, 12, 16, 19, 23, 26 एवं 30 मार्च को रद्द रहेगी।
वहीं बरौनी-ग्वालियर मेल सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को रद्द रहेगी। इस प्रकार यह ट्रेन 3, 6, 10, 13, 17, 20, 24, 27, 31 मार्च तक कैंसल रहेगी। ठंड खत्म होने के बाद भी कोहरे के कारण ट्रेन को रद्द करना यात्रियों को गले नहीं उतर रहा है। वहीं उज्जैन से देहरादून की तरफ जाने वाली उज्जैनी एक्सप्रेस भी 4 मार्च से 1 अप्रैल तक एवं देहरादून से उज्जैन की तरफ जाने वाली ट्रेन 3 मार्च से 31 मार्च तक रद्द रहेगी।