उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में तापमान सामान्य से अधिक, जानें- क्यों अचानक बढ़ी गर्मी

भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है।एडीजी आनंद शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिमी मध्य प्रदेश में तापमान सामान्य से अधिक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में गुरुवार को तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस अधिक था जहां अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

शर्मा ने बताया कि दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान सामान्य से पांच-छह डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। तापमान का यह रुझान आगे भी बने रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक और दो मार्च को क्षेत्र में तापमान में मामूली कमी आने की संभावना है। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ में कमी के कारण अचानक तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके वापस आने के बाद गर्मी के प्रकोप से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।

अचानक क्यों बढ़ी गर्मी ?

मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल पश्चिमी विक्षोभ(वेस्टर्न डिस्टरबेंस) सिर्फ 1 बार पड़ा, जिसके कारण 3-4 फरवरी को बारिश हुई। इस वजह से दिल्ली समेत उत्तर और पूर्वी भारत के आसपास गर्म हवाएं बिना रुकावट के लगातार पहुंचीं। यही वजह है कि 2006 के बाद ये पहली बार है जब 15 फरवरी से पहले अधिकतम तापमान 30 डिग्री को पार किया है। इससे गर्मी की तपिश बढ़ गई है।

इतिहास में अब तक की सबसे गर्म रही फरवरी

तापमान की बात करें तो देश में फरवरी में ही गर्मी का एहसास कराना शुरू कर दिया है। फरवरी में अब तक बीते 27 दिनों का औसत न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया है। यह सामान्य औसत तापमान से 3.8 डिग्री अधिक है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी अब रेकॉर्ड बनाने की ओर है। यह इतिहास में दूसरा सबसे गर्म फरवरी का महीना रहा।

दिल्ली में 33 डिग्री तक पहुंचा तापमान

देश की राजधानी दिल्ली में ठंड लगभग जा चुकी है। यहां गर्मी आ चुकी है। मंगलवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया था जब दिल्ली में पारा 33.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।  मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का अगले 7 दिनों का पूर्वानुमान बताता है कि 25 फरवरी से 27 फरवरी के बीच अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। इसके बाद भी गर्मी मौसम में खास बदलाव नहीं होगा। तापमान में महज एक-दो डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है।

टूट जाएगा 15 साल पुराना रिकॉर्ड ?

पिछले हफ्ते मौसम विभाग ने कहा था कि गुरुवार तक पारा 31 डिग्री तक पहुंच सकता है। 27 फरवरी के बाद से इसमें गिरावट होगी और यह 29 डिग्री तक जा सकता है। फरवरी के महीने में सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड 2006 में बना था। तब 26 फरवरी को अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

कब मिल सकती है थोड़ी राहत ?

दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक और दो मार्च को तापमान में मामूली कमी आने की संभावना है। लेकिन तापमान का ये रूझान आगे बने रहने की संभावना है।

 

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