पूर्व केंद्रीय शस्त्र बल कार्मिक संगठन के 16 वर्षों का प्रयास रंग लाया है। कुमाऊं के तकरीबन 50 हजार अर्द्धसैनिक बलों को जल्द हल्द्वानी और नैनीताल में सीजीएचएस (केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना) का लाभ मिलेगा। देश में 22 सीजीएचएस सेंटर खोलने के लिए डाॅक्टर और स्टाफ नर्सों के 286 पदों को सृजित कर दिया गया है।
कुमाऊं के 50 हजार से अधिक अद्धसैनिक बल के जवान सीजीएचएस सुविधा से वंचित थे। हल्द्वानी और नैनीताल में सीजीएचएस सुविधा का लाभ दिलाने के लिए पूर्व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कार्मिक संगठन लंबे समय से आवाज उठा रहा था। इस संबंध में नैनीताल के अर्द्धसैनिक बल के जिलाध्यक्ष और डिप्टी कमांडेंट (सेनि.) दरवान सिंह बोहरा ने 20 अगस्त को स्पीड पोस्ट के माध्यम से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय निर्माण भवन के संयुक्त सचिव डॉ. मनस्वी कुमार को पत्र भेजा था। 27 अगस्त को डॉ. मनस्वी ने उन्हें जवाब देकर बताया है कि हल्द्वानी और नैनीताल में जल्द सीजीएचएस सुविधा शुरू होने वाली है। एक टीम भवन निर्माण का निरीक्षण कर चुकी है। साथ ही पूरे देश में 22 सीजीएचएस सेंटर खोलने के 286 पदों में पद सृजित किए जा चुके हैं।
चार डाॅक्टर के साथ होगा 13 लोगों का स्टाफ
पत्र के अनुसार सीजीएचएस अस्पताल में चार डाॅक्टर के साथ 13 लोगों का स्टाफ होगा। यहां हर प्रकार के उपचार की सुविधा होगी। गंभीर रोगी होने पर कार्ड धारक सेवारत व सेवानिवृत्त जवानों को सीजीएचएस से संबद्ध अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। कार्ड के आधार पर नि:शुल्क उपचार मिलेगा।
स्वास्थ्य बीमा योजना है सीजीएचएस
सीजीएचएस एक स्वास्थ्य बीमा योजना है जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके आश्रितों को चिकित्सा लाभ प्रदान करती है। इसमें ओपीडी और इनडोर उपचार, विशेषज्ञ परामर्श, दवाओं की प्रतिपूर्ति, कैशलेस उपचार की सुविधा और परिवार कल्याण सेवाएं शामिल हैं। यह योजना सरकारी और सीजीएचएस-पैनलबद्ध अस्पतालों और डायग्नोस्टिक केंद्रों में मिलेगी। जिसके लिए लाभार्थी को एक सीजीएचएस कार्ड की आवश्यकता होती है।