समूचे उत्तराखंड में बीते एक सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश ने किसान-बागवानों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। 25 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच राज्य में सामान्य से 77.6 मिलीमीटर अधिक बारिश हुई। जिससे राज्य में मानसून की बारिश शत फीसद कही जा सकती है। राज्य में दो अक्टूबर तक कुल बारिश 1180.4 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी जबकि इस अवधि में 982.4 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 16.91 कम है।
जबकि यह आंकड़ा बीते 25 सितंबर तक माइनस 24 फीसद रहा था। 24 जून को मानसून के उत्तराखंड में प्रवेश करने के बाद एक सप्ताह के दौरान पूरे प्रदेश में सर्वाधिक बारिश 25 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच हुई। इस अवधि में सभी 13 जिलों में बारिश सामान्य से अधिक हुई।
राज्य की राजधानी देहरादून में दो अक्टूबर तक 1112.1 मिलीमीटर जबकि पिथौरागढ़ में 1433.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। उधर, कृषि निदेशक गौरीशंकर ने कहा कि बीते सप्ताह मानसून की बारिश अच्छी हुई जिससे विशेषकर पहाड़ी जिलों में कृषि एवं बागवानी को लाभ मिलेगा। पोस्ट मानसून सीजन में मिट्टी में लंबे समय तक नमी बनी रहेगी।
सामान्य बारिश का तकनीकी पहलू
एक जून से 24 सितंबर के बीच करीब 114 दिनों में उत्तराखंड में बारिश का औसत आंकड़ा मानइस 24 फीसद रहा था। जबकि मानसून की सामान्य बारिश तब कही जाती है जब बारिश सामान्य से 18 फीसद प्लस या मानइस हो। यानि शत फीसद से 18 फीसद कम या अधिक बारिश सामान्य गिनी जाती है। चालू वर्ष में दो अक्टूबर तक प्रदेश में बारिश सामान्य से मानइस 16.91 फीसद रही जिसे सामान्य बारिश में गिना जाएगा।
बिक्रम सिंह (निदेशक मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून) का कहना है कि उत्तराखंड में पिछले सप्ताह के दौरान औसत 91.4 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि इस अवधि में सामान्य बारिश का औसत 13.8 मिलीमीटर है। इस प्रकार पूरे प्रदेश में सामान्य से 77.6 मिलीमीटर बारिश औसत से अधिक हुई है।
सप्ताह भर हुई मूसलाधार बारिश के बाद उत्तराखंड में मानसून की बारिश का औसत मानइस 17 फीसद से कम हो गया है जिससे कहा जा सकता है कि राज्य में सामान्य बारिश हुई है। विशेषकर देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग व पिथौरागढ़ पहाड़ी जिलों में सामान्य से बहुत अधिक बारिश हुई।
10 अक्टूबर तक विदा हो सकता मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को यह बयान जारी संभावना जताई है कि उत्तर भारत से मानसून 10 अक्टूबर तक विदा हो सकता है। जिसमें उत्तराखंड भी शामिल है। हालांकि आने वाले सप्ताह में उत्तराखंड में कहीं भी बारिश की संभावना नहीं बन रही है। आशा है कि मौसम साफ रहेगा।