राजधानी दून और आसपास के इलाकों में शुक्रवार रात का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री तक पहुंच गया। यह पिछले पांच सालों में फरवरी का सबसे कम तापमान है। इससे पहले वर्ष 2015 में पारा 4.1 डिग्री तक पहुंचा था। मौसम विभाग ने आज तापमान में करीब आधा डिग्री और कमी आने की संभावना जताई है।
शुक्रवार सुबह से राजधानी और आसपास के इलाकों में धूप खिली रही। हालांकि शाम होते-होते आसमान बादलों से घिर गया और सर्द हवाएं चलने लगी। इस दौरान आसपास के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी भी शुरू हो गई। शाम होते-होते मौसम में ठंड काफी बढ़ गई। रात को पारा 4.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान करीब चार डिग्री तक पहुंच सकता है।
इससे पहले वर्ष 2015 में फरवरी का न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 2019 में पांच, 2018 में 5.4 और 2017 में 6.8 डिग्री फरवरी में न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया था। पिछले दस वर्षों के दौरान 2012 में फरवरी की रात सबसे सर्द रही थी, जब पारा 2.6 डिग्री पहुंच गया था। ऑल टाइम रिकॉर्ड एक फरवरी 1905 का है, जब दून में न्यूनतम तापमान (माइनस) -1.1 रिकॉर्ड किया था।
बारिश और बर्फबारी ने शुक्रवार को एक बार फिर पछवादून और जौनसार बावर क्षेत्र को कड़ाके की ठंड की चपेट में ले लिया है। बर्फबारी से ऊंची चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। चकराता छावनी बाजार क्षेत्र में भी बर्फबारी ने लोगों को मुश्किलें बढ़ा दी है। ठंड से बचने के लिए लोग दिनभर अलाव और हीटर में हाथ सेेंकतेे नजर आए।
उधर, विकासनगर क्षेत्र में हुई बारिश से भी ठंड बढ़ गई है। बता दें कि यह सीजन की 10वीं बर्फबारी है। वहीं, चकराता छावनी बाजार क्षेत्र में सीजन की सातवीं बर्फबारी हुई। चकराता का अधिकतम तापमान 6 डिग्री और न्यूनतम -04 डिग्री रहा। विकासनगर का अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम 5 डिग्री रहा।
सुबह आसमान में बादल छाए थे। दिन चढ़ने के साथ ही आसमान साफ होने लगा और धूप निकलने लगी। दोपहर 1 बजे बाद मौसम फिर से करवट लेने लगा। आसमान में बादल छा गए। दोपहर दो बजे बादलों ने बरसना शुरू कर दिया। करीब डेढ़ घंटे तक हुई बारिश के बाद ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। चकराता छावनी बाजार क्षेत्र में भी बर्फबारी होने लगी। वहीं, देववन, खडंबा, व्यास शिखर, मुंडली, मोयला टॉप इलाके में दो से तीन इंच तक बर्फबारी हुई।