ऑस्ट्रेलिया कोरोना वायरस से मुक्त होने की ओर है. रविवार के दिन ऑस्ट्रेलिया में बहुत कम प्रतिबंधों के बीच ईस्टर का त्योहार मनाया गया. इसका कारण ये है कि ऑस्ट्रेलिया में कोई भी नया कोरोना मामला सामने नहीं आया है. पूरी दुनिया में कोरोना से सफलतापूर्वक लड़ने वाले देशों में से एक ऑस्ट्रेलिया का क्वींसलैंड कोरोना वायरस का एपिसेंटर बन गया था. लेकिन बीते तीन दिनों में यहां केवल एक ही कोरोना मामला सामने आया है.
सार्वजनिक भीड़ के इकट्ठे होने पर ऑस्ट्रेलिया में काफी सख्त प्रतिबंध लगाए गए थे जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया आज कोरोना मुक्त होने की ओर है. बीते साल ईस्टर के दिन ऑस्ट्रेलिया के लोग कोरोना के कारण घरों में बंद थे, न मॉल जा सके थे न किसी बीच पर परिवार के साथ घूमने जा सके थे. लेकिन अब स्थिति एकदम बदल चुकी है. ऑस्ट्रेलियाई नागरिक चार दिन की छुट्टियों का आनंद लेने के लिए घरों से खूब निकल रहे हैं.
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में साल 2016 की जनगणना के अनुसार 86 प्रतिशत लोग ईसाई मत वाले हैं. और ईस्टर त्योहार का ईसाई धर्म में ख़ास महत्व है, दूसरी तरफ बाकी दुनिया के ईसाई देशों में या तो लॉकडाउन लगाया जा रहा है या ईस्टर पर लोगों के इकट्ठे होने पर पाबंदियां लगाई जा रहीं हैं. ऑस्ट्रेलिया में अब तक कोरोना के केवल 29,300 मामले ही सामने आए हैं और कोरोना के कारण महज 909 मौत हुई हैं जोकि बाकी बड़े देशों के मुकाबले काफी कम है.
दूसरी तरफ बांग्लादेश जैसा देश भी दोबारा से कोरोना का प्रकोप झेल रहा है, वहां की सरकार ने सोमवार से पूरे देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है. वहां न पैसेंजर ट्रेन चलेंगी न घरेलू उड़ानें. हालांकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जारी रहेंगी. बांग्लादेश की सरकार ने ये भी कहा है कि अगर इन 7 दिनों के लॉकडाउन में भी कोरोना पर काबू न पाया जा सका तो ये प्रतिबंध आगे भी जारी रह सकते हैं.