अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ अपनी मध्य-पूर्व एशियाई देशों की यात्रा के पहले पड़ाव में इजराइल पहुंच गए हैं। तेल अवीव में अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ ने ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका और ब्रिटेन की साझा विदेश नीति की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। यरुशलम में विदेश मंत्री पाम्पिओ ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात की। गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ मध्य-पूर्व एशियाई देशों की यात्रा पर हैं। स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा विदेश मंत्री पोम्पिओ 23 से 28 अगस्त तक इजराइल, सूडान, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर हैं।
अमेरिका के लिए मध्य-पूर्व एशियाई देशों की यात्रा है अहम
खास बात यह है कि पोम्पिओ की मध्य-पूर्व एशियाई देशों की यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब अमेरिका ईरान के मसले पर संयुक्त राष्ट्र में अलग-थलग पड़ गया है। ईरान पर फिर से संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक प्रतिबंध लगवाने की अमेरिका की मुहिम खटाई में पड़ती नजर आ रही है। अमेरिका के हर कदम पर उसका साथ देने वाले ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने इस मसले पर साथ देने से इन्कार कर दिया है।
रूस और चीन पहले से ईरान पर किसी तरह के प्रतिबंध के खिलाफ हैं। अमेरिका ने अपने सहयोगी तीनों देशों के रुख पर हैरानी जताई है, क्योंकि इनमें से ब्रिटेन और फ्रांस सुरक्षा परिषद के सदस्य भी हैं। दोनों देशों के इस रुख से सुरक्षा परिषद में अब अमेरिका के प्रस्ताव के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में अमेरिकी विदेश मंत्री की इन देशों की यात्रा अहम मानी जा रही है। कयास लगाए जा रहा है कि पोम्पिओ अपनी इस यात्रा के जरिए यह संदेश देंगे कि अमेरिका उनके हितों के साथ मजबूती से जुड़ा है।