ईरान दौरे पर गए प्रधानमंत्री ने द्विपक्षीय वार्ता में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. इस दौरान चाबहार पोर्ट को लेकर भी दोनों देशों में समझौता हुआ है. यह पोर्ट दोनों देशों के लिए अहम है. इसके लिए 500 मिलियन डॉसर का समझौता हुआ है. वार्ता के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी और पीएम मोदी ने साझा बयान जारी किया.
राष्ट्रपति रोहानी ने कहा कि वह टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी से इसे लेकर उनकी काफी बातचीत हुई है. दोनों देशों के बीच एकेडमिक और तकनीकी स्तर पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति हनी है. आर्थिक रिश्तों में सुधार लाने पर भी बातचीत हुई.
मोदी ने ईरान को कहा-शुक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान की शुरुआत ईरान को शुक्रिया कहने से की. उन्होंने जोरदार स्वागत के लिए ईरान को धन्यवाद कहा. मोदी ने कहा कि ईरान और भारत की दोस्ती काफी पुरानी है. दोनों देशों ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर उभरती समस्याओं को सुलझाने पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, ‘भारत हमेशा ईरान के साथ मुश्किल की घड़ी में खड़ा रहा है. दोनों देशों की दोस्ती काफी पुरानी है. भारत ईरान सुख-दुख के साथी हैं.’ पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति के विजन की तारीफ की.
ये है एजेंडे में:
इस दौरे के दौरान पीएम मोदी के एजेंडे में संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा और द्विपक्षीय व्यापार शामिल है. सोमवार को ईरान के चाबहार बंदरगाह को विकसित करने के लिए भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुए. मोदी ने कहा कि संपर्क, व्यापार, निवेश, ऊर्जा साझेदारी, संस्कृति और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने को प्राथमिकता दी जाएगी.
पीएम मोदी रविवार की शाम भारतीय समयानुसार करीब 7 बजे तेहरान पहुंच गए थे. यहां एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत किया गया और उन्होंने सबसे पहले यहां के एक गुरुद्वारे में मत्था टेका. पीएम मोदी की ये पहली ईरान यात्रा है .