World Cup 2019 इंग्लैंड में होने वाले इस विश्व कप से पहले इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यहां पर खूब रन बनेंगे। विश्व कप से ठीक पहले इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले गए वनडे मैचों में हर बार 300 से ज्यादा स्कोर बने।
इसके बाद तो यहां तक कहा जाने लगा कि इस विश्व कप में 500 रन भी बन सकते हैं। कमाल की बात तो ये है कि 500 रन बनने की आशंका को लेकर स्कोर कार्ड में भी बदलाव कर दिए गए हैं। विश्व कप से पहले आइसीसी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें सभी दस टीमों के कप्तानों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के दौरान एक सवाल ये भी पूछा गया कि इस बार क्या कोई टीम 500 रन बना पाएगी। इस सवाल पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली समेत अन्य कप्तानों ने काफी रोचक जवाब दिए। विराट कोहली ने कहा कि इंग्लैंड वनडे क्रिकेट में 500 रन बनाने वाली दुनिया की पहली टीम बन सकती है। इंग्लैंड के नाम पर वनडे क्रिकेट में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड दर्ज है। इस टीम ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 50 ओवर में 6 विकेट पर 481 रन बनाए थे।
कोहली से पूछा गया कि क्या आगामी टूर्नामेंट में 500 रन के आंकड़े को छुआ जा सकता है। अपने साथ बैठे इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन की ओर इशारा करते हुए कोहली ने कहा कि मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि ये इन लोगों पर निर्भर करता है। ऐसा लगता है कि ये किसी और से पहले 500 रन तक पहुंचने के लिए बेताब हैं।विराट कोहली ने कहा कि इस टूर्नामेंट में काफी रन बनेंगे, लेकिन वर्ल्ड कप में खेलने का दवाब हर टीम पर होगा और 260-270 रन का पीछा करना आसान नहीं होगा। हालांकि ये बड़े स्कोर वाला टूर्नामेंट होगा पर मैंने भारत में भी कहा था कि विश्व कप में 260-270 रन का पीछा करना 370-380 रन का पीछा करने जितना ही मुश्किल होगा। विराट के मुताबिक इस टूर्नामेंट की शुरुआत में सभी टीमें काफी सतर्क रहेंगी। 500 रन के सवाल के जवाब में कंगारू कप्तान एरोन फिंच ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इंग्लैंड की टीम खूब रन बना रही है। उन्होंने हमारे खिलाफ वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाया था। मैं ये नहीं बताना चाहता कि सबसे पहले कौन टीम इस आंकड़े को छू पाएगी। वैसे फिंच ने विश्व कप खिताब का सबसे मजबूत दावेदार इंग्लैंड व इंडिया को बताया। फिंच ने कहा कि ये टूर्नामेंट काफी रोमांचक होने वाला है क्योंकि सभी एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे। विराट ने भी माना कि इस विश्व कप को जीतने की सबसे बड़ी दावेदार इंग्लैंड है।