New Delhi: श्रवण कुमार की कहानी सभी ने सुना है साथ हर मां बाप अपने बच्चों को श्रवण कुमार बनने की सलाह देते है। लेकिन इस जमाने में ऐसे कई लोग है जो अपने माता-पिता को बहुत प्यार करते हैं। इसका ताजा उदाहरण है ओडिसा के कार्तिक कुमार।अभी-अभी: CM योगी ने किया ये बड़ा ऐलान, सड़क पर नहीं घूमेगी कोई गाय, अब बनेगे…
हाल ही में एक वीडियो सामने आया है ये वीडियो ओडिशा के मयूरभंज की है जहां एक शख्स न्याय के लिए अपने माता पिता को कंधे पर बिठाकर कबरीन 40 किमी तक पैदल चलता रहा। ओडिशा के कार्तिक सिंह ने दावा किया कि मोरोदा पुलिस थाने में उसके खिलाफ फर्जी FIR का दर्ज हुई है। जिसकी वजह से उसे साल 2009 में 18 दिन के लिए जेल में बंद कर दिया गया था।
कार्तिक आदिवासी परिवार से है साथ ही बेहद गरीबी भी। फर्जी FIR को लेकर उन्होंने न्याय पाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। ऐसे में कोर्ट के आने-जाने और वहां की कार्यवाही में कम से कम 18 दिन लगते है। ऐसी स्थिति में वह इतने दिन तक अपने मां-बाप को अकेले घर में नहीं छोड़ सकता। कार्तिक ने बताया कि मेरे पास इतने पैसे नहीं थे कि माता-पिता के लिए किसी वाहन का इंतजाम करू।
कार्तिक ने बताया कि इसलिए मैंने अपने माता-पिता को कंधे पर ले जाना सही समझा और कंधे पर कांवड़ की तरह उन्हें बैठाकर निकल गया। कार्तिक नंगे पैर ही करीबन 40 किमी तक चलते रहे। इस दौरान उन्हें ना जाने कितने लोग देखते रहे लेकिन किसी ने भी आगे आकर मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया। आप बता दें कि इससे पहले भी एक खबर सामने आई थी जहां एक पति अपनी पत्नी की लाश को लेकर मीलो दूर चलता रहा।