रविवार को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन हो गया। कैरेबियाई दौरे पर खेले जाने वाले तीनों फॉर्मेट के लिए टीम इंडिया की 15-15 सदस्यीय टीम का ऐलान हुआ है। टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज युवा रिषभ पंत का चयन हुआ है। इसी के साथ एक अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर पर ग्रहण लग गया है।
मुंबई स्थित बीसीसीआइ के मुख्यालय में कप्तान विराट कोहली और चयनकर्ताओं के बीच हुई बैठक के बाद वेस्टइंडीज दौरे के लिए दिनेश कार्तिक को किसी भी फॉर्मेट में टीम में जगह नहीं मिली है। ऐसे में साफ है कि दिनेश कार्तिक अब कभी इंटरनेशनल क्रिकेट में नज़र नहीं आएंगे। इसके पीछे एक नहीं तमाम कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी परफॉर्मेंस। इसके अलावा दिनेश कार्तिक की उम्र भी एक बड़ा फैक्टर है, जिसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक के मौजूदा प्रदर्शन पर नज़र डालें तो वह बेहद घटिया है। युवा रिषभ पंत ने अपनी क्षमता के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब भी उन्हें मौका मिला तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। दिनेश कार्तिक के करियर के खत्म होने के अंदेशा वर्ल्ड कप 2019 में उनके द्वारा किए गए खराब प्रदर्शन के बाद भी लग गया था। लेकिन, रविवार को जब वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम का चयन हुआ और चीफ सलेक्टर ने रिषभ पंत पर तीनों फॉर्मेट के लिए भरोसा जताया तो दिनेश कार्तिक के करियर पर ब्रेक लगने की लगभग पुष्टि हो गई।
34 वर्षीय दिनेश कार्तिक को खराब फॉर्म के आधार पर टीम इंडिया से बाहर किया गया है। दिनेश कार्तिक ने वर्ल्ड कप 2019 में सेमीफाइनल मिलाकर कुल 3 मैच खेले, जिनमें से दो मैचों में दिनेश कार्तिक को बल्लेबाजी करने का मौका मिला। दिनेश कार्तिक दोनों पारियों में आउट हुए और सिर्फ 7 के औसत से 14 रन बना सके। वर्ल्ड कप 2007 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बने दिनेश कार्तिक को मौका तो मिला लेकिन 41.18 के स्ट्राइकरेट से उन्होंने चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया।
रिषभ पंत ने 4 पारियों में 29 की औसत से 116 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 89.23 का रहा। अपनी आक्रामक शैली के लिए जाने जाने वाले रिषभ पंत 9 टेस्ट मैचों में 2 शतक और 2 अर्धशतक जड़ चुके हैं। दिनेश कार्तिक के नाम 150 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों में सिर्फ एक शतक है। ऐसे में साफ है कि दिनेश कार्तिक अब आगे टीम इंडिया का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि चीफ सलेक्टर एमएसके प्रसाद ने भी कह दिया है हम धौनी के बाद रिषभ पंत को तीनों फॉर्मेट के लिए तैयार कर रहे हैं।
साल 2004 में वनडे और टेस्ट डेब्यू करने वाले दिनेश कार्तिक कभी भी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद वे हर बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर फेल साबित हुए। कुछ मैच दिनेश कार्तिक ने अपने अनुभव से जिताए जरूर हैं, लेकिन वे उनका करियर नहीं बना सकते, क्योंकि इस मंच पर निरंतरता की जरूरत होती है।
दिनेश कार्तिक 94 वनडे मैचों में सिर्फ 9 अर्धशतक लगा पाए हैं। वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दिनेश कार्तिक के शतक का कॉलम अभी भी खाली है। दिनेश कार्तिक ने 152 अंतरराष्ट्रीय मैचों की 145 से ज्यादा पारियों में सिर्फ एक शतक जड़ा है। ये शतक उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा है। वेस्टइंडीज दौरे के तीनों फॉर्मेट में रिषभ पंत विकेटकीपर होंगे। टेस्ट में अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा भी हैं, जिन्हें चोट के बाद वापसी करने का मौका मिला है।