New Delhi: UP के वाराणसी में एक ऐसा थाना है जहां आज तक अधिकारी की कुर्सी पर अधिकारी को बैठे हुए नहीं देखा गया। इस थाने में कुर्सी पर अधिकारी नहीं बल्कि बाबा काल भैरव विराजमान है। इस थाने में आज तक कोई भी अधिकारी अपनी कुर्सी पर नहीं बैठा है।
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पिछले कई सालों से पुलिस थाने में अधिकारियों की कुर्सी पर बाबा भैरव आसन जमाए हुए हैं। बड़े से बड़े अधिकारी भी इस कुर्सी के बाजू में अपनी कुर्सी लगाकर बैठते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस स्टेशन की जांच में सालों से कोई IAS, IPS नहीं आया।
अब आपके दिमाग में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर ऐसी कौन सी बात है जो अफसर अपनी कुर्सी पर बाबा भैरव की तस्वीर रखते हैं और खुद बगल वाले सीट पर बैठते हैं। दरअसल, वाराणसी के कोतवाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी का कहना है कि ये एक परंपरा है जिसे कई सालों से माना जा रहा है।
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यहां कोई भी थानेदार जब तैनाती में आया तो वो अपनी कुर्सी पर नहीं बैठा। कोतवाल की कुर्सी पर हमेशा काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव ही बैठते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि हमारी देखभाल के लिए बाबा ही काफी हैं। वे खुद लोगों पर नजर रखते हैं और हमारी रक्षा करते हैं। बाबा की इतनी मान्यता है कि पुलिस भी बाबा की पूजा करने से पहले कोई काम शुरु नही करती।
माना जाता है कि बाबा विश्वनाथ ने पूरी काशी नगरी का लेखा-जोखा का जिम्मा काल भैरव बाबा को सौंप रखा है। यहां तक कि बाबा की इजाजत के बिना कोई भी व्यक्ति शहर में प्रवेश नहीं कर सकता है। हालांकि इस परंपरा की शुरुआत कब कैसे और किसने की इस बात का अभी तक रहस्य ही है।
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