आज के समय में जहां बढ़ती चोरी और लूट की घटनाओं से सबक लेकर लोग अपने घरों में सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करते हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में एक ऐसा गांव है, जहां के लोग अपने घरों में दरवाजे तक नहीं लगाते। उनकी मान्यता है कि मां काली उनके घरों की रक्षा करती हैं।
इलाहाबाद जिले के कोरांव क्षेत्र स्थित दलित बहुल सिंगीपुर गांव के मकानों में ये समानता देखने को मिलती है कि उनमें दरवाजे नहीं हैं। इस गांव में कुछ कच्चे तो कुछ पक्के (ईंट-सीमेंट के बने) और झोपड़े हर तरह के तकरीबन 150 घर हैं। सिंगीपुर गांव की आबादी करीब 500 है। गांव में निचले मध्यम वर्गीय परिवार और गरीब तबके के लोग रहते हैं, जो दूध का व्यवसाय और मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। गांव में दलितों, जनजातियों और पिछड़ा वर्ग के लोगों की संख्या ज्यादा है।
इस गांव में रहने वाले लोगों का ऐसा मानना है कि इस गांव की रक्षा नाग देवता करते है। यहां आने वाले किसी भी शख्स की चोरी करने की हिम्मत भी नहीं हो पाती है। इस गांव में दरवाजे ना होने का राज एक सांप के श्राप से जुड़ा हुआ है। दरअसल लोगों का कहना है की गांव को एक नागिन ने श्राप दिया है कि जो भी गांव में दरवाजा लगाएगा उसके घर में किसी न किसी प्रकार अशुभ हो जाएगा।