इस उपाय को अपनाने के बाद आपके घर के आस पास भी नहीं भटकेंगे डेंगू के मछर…

ये बात तो आप सभी जानते ही होंगे की आजकल डेंगू हर जगह तेजी से फैल रहा है कब कौन इसके चपेट में आ जाए इसका पता तक नहीं चल पाता है वहीं आपको ये भी बता दें की अगर इस बिमारी के दौरान सावधानी नहीं बरती जाए तो इंसान की मौत तक हो सकती है। वैसे तो ये बिमारी सामान्यत मच्छर के काटने से होती है लेकिन इस बिमारी में शरीर में प्लेट्स की मात्रा अचानक शरीर में कम होने लगती है।

जिसे थ्रोमबोसाटोपनिया कहा जाता है और समय पर ईलाज न होने पर व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। इसका सबसे पहला लक्षण बुखार है जी हां अगर आपको इन दिनों बुखार सा महसूस होता है तो आप तुरंत डॉक्टर से मिलें। डेंगू वायरस विश्व में सबसे ज्यादा पाया जाता है, डेंगू वायरस मादा मच्छर के काटने से होता है। सर्वे के अनुसार डेंगू वायरल 1 साल में लगभग 8-10 करोड़ लोगों को होता है।

डेंगू बुखार वायरल मादा मच्छर के काटने से होता है। जिन्हें जिसे एडीज इजिपटी से भी पुकारा जाता है। आपको बता दें की डेंगू के मच्छर अकसर दिन में ही ज्यादा सक्रीय होते हैं। आपको बता दें की डेंगू मच्छर के अण्डे लगभग 8-10 महीनों तक जीवित रहते हैं। ये घर के अन्दर बाहर, छत, कूलर, खली टंकी, असापास कहीं भी ज्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दें। डेंगू के मच्छर अपने अण्डे लावा के आसा पास लगभग 100-150 मीटर के दायरे में ही भ्रमण संक्रामण फैलाते हैं। डेंगू मच्छर का लावा अण्डा लगभग सूखे में भी 180 दिनों तक जीवित रहते हैं। डेंगू मच्छर के काटने के 48 घण्टे के अन्तराल में बुखार आना शुरू हो जाता है।

आज हम आपको डेंगू से बचने के सटीक उपाय बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।

सबसे पहले तो आपको बता दें की आप अपने घर के पास अगर कूलर, छत की टंकी, खाली पड़े डब्बों, बेकार पड़े टायरों, टूटे गमलों आदि चीजों में पानी जमा हैं तो उसे तुरंत हटा दें।

इसके अलावा अगर आपको सोते समय मच्छर महसूस हो रहे हैं तो आप मच्छरदानी का इस्तेमाल अवश्य करें। घर के आस पास जमे हुए पानी में तुरंत मिट्टी का तेल या कीटनाशक दवा का छिड़काव करें।

इसके अलावा हो सके तो आप शरीर पर पूरे कपड़े पहने, डेंगू मच्छर अकसर बाहों, जांघ, गाल, छाती कोमल अंगों पर ज्यादा काटते हैं।

मच्छर भगाने वाले लिक्विड, ओडोमोस इत्यादि का इस्तेमाल करें। बाजार में बहुत सारी मच्छर मार दवाईयां लिक्विड इत्यादि चीजें मौजूद हैं।

इसके अलावा आप चाहे तो अपने घर के आंगन में एक नीम का पौधा जरूर लगायें। इससे कई फायदें हैं, नीम के पेड़ की छाया, दवा के रूप में हरे पत्ते और बीज, नीम डठंल दातुन के लिए, नीम के पेड़ की सुगन्ध हवा से मच्छर नजदीक नहीं आते।

इतना ही नहीं हो सके तो आप घर में तुलसी के पौधे लगायें। तुलसी पेड़ की खुशुबू से मच्छर दूर रहते हैं।

सूखे नीम के पत्ते और कपूर का धूंआ करने से मच्छर तुरन्त भाग जाते हैं या फिर मर जाते हैं।

अगर इसके बाद भी आपको या फिर आपके किसी पहचान वाले को डेंगू हो गया हो तो डॉक्टर की दवा के साथ साथ ये घरेलू इलाज भी जरूर करें । इस आयुर्बेद काढ़े के पीने से बेहद राहत मिलेगा।  इसके लिए आपको 20 ग्राम गिलाय पीसकर, 12-15 तुलसी पत्ते पीसकर, 5 काली मिर्च, 3-4 नीम की पत्तियां, 5-6 चम्मच पपीते की पत्तियों का रस, 4-5 हरे गेहूं के पौधे, 3 चम्मच आंवला रस, 2 गिलास पानी ले लें।

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