इराक में सरकार के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, इन विरोध प्रदर्शनों में कई बार आम नागरिकों की मौत की ख़बरें भी सामने आ रही हैं। लेकिन इसके बाद भी इराक सरकार प्रदर्शन रोकने में नाकाम रही है। हाल ही में नए सिरे से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में शुक्रवार को 42 लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है।
इससे पहले अक्तूबर की शुरुआत में हुए विरोध प्रदर्शनों में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इस बीच इराक के सर्वोच्च शिया संगठन के अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र समेत कई संस्थाओं ने लोगों से संयम रखने का आग्रह किया है। गुरुवार शाम तक इराक की स्थिति शांतिपूर्ण थी। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों को फूल देते नजर आए। किन्तु, शुक्रवार शाम तक प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। इस दौरान हुई हिंसक झड़पों में 42 लोगों की जान चली गई।
इनमें से आधे लोगों ने सशस्त्र गुटों या सरकारी निकायों के मुख्यालयों को निशाना बनाया था। सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, केवल दिवनियाह में ही 12 लोग मारे गए हैं, जिन्होंने बद्र संगठन के मुख्यालय पर धावा बोला था। वहीं एक निगरानी समूह ने जानकारी देते हुए बताया है कि राजधानी और चार दक्षिणी प्रांत में आंसू गैस के गोलों या गोली लगने से 30 लोगों की मौत हो गई है।