New Delhi: PM मोदी ने हाल ही में इजराइल दौरा किया। भारत और इजराइल के बीच ‘हेरॉन टीपी ड्रोन’ को लेकर अहम समझौता हुआ है।इसके तहत इजराइल भारत को 10 हेरॉन टीपी ड्रोन देगा। इस ड्रोन की मारक क्षमता देखते हुए इसे भारत के लिए बहुत ही अहम सौदा बताया जा रहा है। इसे किलर ड्रोन भी कहा जाता है।ये वीडियो बेहद अश्लील है पर ये आज के स्कूलों में एजुकेशन और अंग्रेजियत के नाम पर हो रहे घटिया काम और शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है…
हेरॉन टीपी ड्रोन से पीओके के टेरर कैंप के साथ-साथ आतंकवादी सलाहुद्दीन, हाफिज मोहम्मद सईद, मौलाना मसूद अजहर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकवादियों पर भारत से ही निशाना लगाया सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल के साथ भारत के सैन्य समझौते से पाकिस्तान में खलबली है।
दोगुनी होगी ताकत: ‘हेरॉन टीपी ड्रोन’ के आने से पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करने की ताकत में दोगुना इजाफा होगा। हेरॉन टीपी-सशस्त्र ड्रोन को दुश्मन के अड्डों का पता लगाने, दुश्मनों को ट्रैक करने और जमीन से हवा में फायर की गई मिसाइल को मार गिराने जैसे कामों में महारत हासिल है। इस ड्रोन के मिल जाने से आतंकियों के ठिकानों का खात्मा करने में भी मदद मिलेगी।चलती बस में भाजपा नेता ने लड़की के साथ किया सेक्स वीडियो…आया सामने
साल 2015 में मिली थी मंजूरी: 400 मिलियन डॉलर के इस समझौते को भारत के रक्षा मंत्रालय ने साल 2015 में मंजूरी दी थी। इसके बाद फरवरी 2015 में इजराइल ने भारत के बैंगलुरु में एयरो इंडिया शो में इसका प्रदर्शन किया था। यह ड्रोन पहले टारगेट खोजता और फिर उसे सेट करता है। इसके बाद वह हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से टारगेट को तबाह कर देता है।
हेरॉन टीपी ड्रोन की खासियत:
– बुधवार को भारत के साथ इजराइल से 10 हेरॉन-टीपी ड्रोन पर अहम डील होगी।
– हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन हवा से जमीन पर लक्ष्य तबाह करने वाली मिसाइलों से लैस होंगे।
– हेरॉन-टीपी लड़ाकू ड्रोन पूरी तरह ऑटोमेटिक हैं।
– हेरॉन टीपी ड्रोन एक टन से ज्यादा भारी विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है।
– हेरॉन-टीपी ड्रोन करीब 30 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है
– ये 40 हजार फीट तक की ऊंचाई से जमीन पर लक्ष्य भेद सकता है।
– ये ड्रोन 370 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ते हुए हमला कर सकता है।
– 7400 किलोमीटर की रेंज में अचूक निशाना लगा सकता है।
– कंट्रोल रूम में बैठकर हेरॉन-टीपी ड्रोन को ऑपरेट किया जा सकता है।
– किसी भी मौसम में आसानी से मिशन को अंजाम दे सकता है।
– हेरॉन-टीपी ड्रोन से बड़े पैमाने पर खुफ़िया निगरानी की जा सकती है।