इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर ट्रंप ने बाइडन और कमला हैरिस पर हमला बोला है। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जब वह अमेरिकी राष्ट्रपति थे तो मध्य पूर्व में कोई युद्ध नहीं था और ईरान पूरी तरह से नियंत्रण में था। ट्रंप ने कहा कि दोनों देश बच्चों की तरह लड़ रहे हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर बाइडन और कमला हैरिस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने इस जंग की तुलना स्कूल के मैदान में लड़ रहे दो बच्चों से की। उन्होंने कहा कि मंगलवार को इजराइल पर ईरान के रॉकेट अटैक जैसी घटनाएं कभी नहीं होनी चाहिए थीं और अमेरिका को भी सही भूमिका निभानी चाहिए थी।
अब तकरार खत्म होनी चाहिए
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने कहा कि यह वास्तव में बुरा है, लेकिन अब ये तकरार खत्म होनी चाहिए। ट्रंप ने कहा कि इसे स्कूल के मैदान में लड़ रहे दो बच्चों की तरह समझना होगा, जिन्हें कभी-कभी आपको थोड़ी देर अलग छोड़ देना होता है।
ये जंग आसानी से रुकने वाली नहीं
ट्रंप ने कहा कि यह एक भयानक युद्ध है। उन्होंने कहा कि ये कहीं आसानी से रुकने वाला नहीं हैं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को अब मध्य पूर्व में ध्यान बढ़ाना होगा।
ईरान ने मंगलवार को हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के जवाब में इजरायल पर लगभग 200 मिसाइलें दागीं। अधिकांश मिसाइलों को इजरायल ने अमेरिकी सेना और अन्य एजेंसियों की सहायता से रोककर नष्ट कर दिया।
बाइडन के कारण वैस्विक तबाही का खतरा
हमले के तुरंत बाद, ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कमला हैरिस की आलोचना की और स्थिति को “वैश्विक तबाही के बहुत करीब” बताया। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि मैं लंबे समय से तीसरे विश्व युद्ध के बारे में बात कर रहा हूं और मैं भविष्यवाणियां नहीं करना चाहता क्योंकि भविष्यवाणियां हमेशा सच होती हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया तबाही के बहुत करीब ।
तो ईरान निंयत्रण में रहता..
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जब वह अमेरिकी राष्ट्रपति थे, तो मध्य पूर्व में कोई युद्ध नहीं था और “ईरान पूरी तरह से नियंत्रण में था।” अब ट्रंप ने ये भी कहा कि अगर वो राष्ट्रपति होते तो ईरान काबू में रहता।