‘इंडियन ओशन’ के पूर्व सदस्य सुस्मित सेन ने इंडियन ओशन के ही सदस्य राहुल राम और अमित किलम के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, विश्वासघात, धोखाधड़ी, गबन, खातों में जालसाजी और बाकी आरोप लगाए थे, जिस पर अब राहुल राम और अमित किलम का बयान आया है।
‘इंडियन ओशन’ के सदस्य राहुल राम और अमित किलम ने अपने बैंड के सह-संस्थापक सुस्मित सेन द्वारा उनके खिलाफ आपराधिक साजिश, विश्वासघात, धोखाधड़ी, गबन जैसे अन्य आरोपों में पुलिस शिकायत दर्ज कराने पर प्रतिक्रिया दी है। आधिकारिक बयान जारी करते हुए राहुल और अमित ने अपनी बात को सामने रखा है।
राहुल और अमित ने कहा
”उन्हें मीडिया से यह जानकर दुख हुआ कि उनके पूर्व बैंडमेट ने उनके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है।” उन्होंने आगे कहा कि वे पुलिस के साथ सहयोग करेंगे।
राहुल राम और अमित किलम का बयान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल और अमित ने कहा, ”हमें मीडिया से यह जानकर दुख हुआ कि श्री सुस्मित सेन (इंडियन ओशन के पूर्व सदस्य) और सुश्री सुनीता चक्रवर्ती (इंडियन ओशन के पूर्व सदस्य अशीम चक्रवर्ती की पत्नी) ने हमारे खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। हमने अभी तक शिकायत की कॉपी नहीं देखी है और इसलिए हम इसपर अभी किसी भी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।”
राहुल, अमित ने आगे कहा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,राहुल और अमित ने कहा, ”शेयरधारकों के बीच एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) में शेयरधारकों के बीच एक साल से अधिक समय से मामला पेंडिंग है। यह मामला अभी भी प्रक्रिया में है, और इसलिए उसमें सब कुछ न्यायालय में विचाराधीन है।” आगे राहुल और अमित ने कहा, ”यही वजह है कि हमारे लिए यह आश्चर्य की बात है कि एनसीएलटी द्वारा विचार किए गए एक ही मुद्दे पर पुलिस शिकायत दर्ज की गई है, जोकि स्पष्ट रूप से एक सिविल कानून का मुद्दा है, उस पर आपराधिक शिकायत दर्ज करना एक बाद की सोच और हमें अपनी अवैध और अनुचित मांगों को मानने के लिए मजबूर करने का प्रयास किया जा रहा है।” आगे कार्यवाही को लेकर राहुल और अमित ने कहा, ”हम पुलिस द्वारा की जाने वाली किसी भी जांच में उनका पूरा सहयोग करेंगे। हम इस बात से भली-भांति परिचित हैं। हमें लगता है कि शिकायतें पूरी तरह से बेकार और दुर्भावनापूर्ण हैं।”
बता दें राहुल और अमित का बयान सुस्मित द्वारा 16 अगस्त को दिल्ली में दर्ज कराई गई पुलिस शिकायत के जवाब में आया है। इसमें कथित आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, गबन, खातों में हेराफेरी, मनी लॉन्ड्रिंग, गबन और अन्य आरोप शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पर सुष्मित ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, “आशिम के साथ बैंड की स्थापना करने के बाद, आज इसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने में मुझे कोई खुशी नहीं है।
वाकई में, यह मेरे पिता (अजीत कुमार सेन) थे जिन्होंने 1990 में आशिम के साथ मेरे द्वारा बनाए गए बैंड का नाम रखा था और मैं अभी भी उस कंपनी (कंदिसा म्यूजिक प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड) का शेयरधारक हूं, जो बैंड चलाती है। मैंने उस समय इस बैंड के दो सदस्यों को खुद चुना था, जिनके खिलाफ मुझे परिस्थितियों के कारण पुलिस कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मुझे जो कुछ भी सहना पड़ा वह वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है, यह देखते हुए कि मैंने और आशिम ने बैंड की स्थापना की थी, और मैं इसका संगीतकार और मुख्य गिटारवादक था। यह कहने की जरूरत नहीं है कि मैं इंडियन ओशन का एक अभिन्न सदस्य था।”