इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज बॉब विलिस का बुधवार को निधन हो गया। उनके निधन से इंग्लैंड क्रिकेट जगत में काफी शोक है। बॉब विलिस 70 साल के थे। कैंसर से पीड़ित चल रहे विलिस का निधन 4 दिसंबर की शाम को हुआ। अपने समय के धाकड़ तेज गेंदबाजों में शुमार रहे बॉब विलिस को चिर प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 1981 की एशेज सीरीज में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए याद किया जाएगा।
बॉब विलिस ने अपने करियर में इंग्लैंड टीम के लिए कुल 90 टेस्ट मैच खेले थे, जो कि किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ा आंकड़ा हैं। इन टेस्ट मैचों में बॉब विलिस ने कुल 325 विकेट अपने नाम किए थे। विलिस ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में 1970/71 के एशेज दौरे से की। अपने ही पहली सीरीज से बॉब विलिस ने टीम मैनेजमेंट पर छाप छोड़ दी थी।
विलिस को गूज मिला निक नेम
क्रीज पर बॉब विलिस अलग अप्रोच रखते थे, जिसकी वजह से उन्हें गूज (एक पक्षी) का निकनेम दिया गया था। 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट में जब इयान बॉथम ने काउंटर अटैक पारी खेलते हुए 149 नॉट आउट की पारी खेली थी, उसके बाद विलिस ने 43 रन देकर आठ विकेट झटके थे और फिर इंग्लैंड ने 18 रन से जीत हासिल की थी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे अपने समय में कितने खतरनाक गेंदबाज रहे होंगे।
कामयाब गेंदबाज थे बॉब विलिस
विलिस ने साल 1984 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। उस दौरान वह इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले और दुनिया के दूसरे सबसे कामयाब गेंदबाज थे। उनसे आगे उस समय सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली थे। उनका रिकॉर्ड लंबे समय तक टीम में उनके साथी रहे बॉथम (383) ने तोड़ा। इंग्लैंड की ओर से अब सबसे कामयाब गेंदबाज जेम्स एंडरसन हैं जिनके नाम 575 टेस्ट विकेट हैं।