टड़ियावां थाना क्षेत्र में आश्रम संचालक समेत तीन की ईंट-पत्थर से कूचकर हत्या से सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी पर एसपी समेत तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए और जांच पड़ताल शुरू कर दी। टड़ियावां के ग्राम कुआंमऊ निवासी हीरादास (70) पुत्र चत्ता गंगई के मूलरूप से रहने वाले थे। 20 वर्ष पूर्व कुआंमऊ में आकर रहने लगे। जैसा कि बताया गया कि उन्होंने गांव में ही एक आश्रम बनाया, जहां पर वह अपनी पत्नी मीरादास (65) और पुत्र नेतराम (45) के साथ रहते थे। सोमवार की रात तीनों लोगों की ईंट पत्थर से कूचकर हत्या कर दी गई। मंगलवार की सुबह लोगों ने उनका शव आश्रम में पड़ा देखा और सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। एसपी अमित कुमार फॉरेंसिक टीम के साथ जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जमीन की रंजिश
टड़ियावां थाना क्षेत्र के कुआंमऊ सिमरौली निवासी हीरादास उनकी पत्नी मीरादास और पुत्र नेतराम की हत्या के पीछे पुलिस जमीनी रंजिश तलाश रही है। हीरादास का आश्रम तो ग्राम समाज की भूमि पर बना है, लेकिन उनके नाम 40 बीघा खेत था। मझिला थाना क्षेत्र निवासी चेला रक्षपाल अपनी पत्नी सुमन के साथ आश्रम में रहता था। जैसा कि रक्षपाल ने बताया कि बाबा ने सोमवार की रात उसे पास में ही दूसरे मकान में सोने के लिए भेज दिया था। मंगलवार की सुबह जब वह लौटा तो उसे जानकारी हुई। वहीं बहू कुछ नहीं बता पा रही है।
जिलाधिकारी अविनाश कुमार व एसपी अमित कुमार ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर सभी बिंदुओं की जानकारी ली। पुलिस बहू से पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में मामला संपत्ति को लेकर हत्या का सामने आ रही है। पुलिस संबंधों पर भी जांच कर रही है। एसपी ने बताया कि मौके पर मिले साक्ष्यों को फारेंसिक टीम देख रही है। सभी बिंदुओं पर गहराई से जांच हो रही है और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। जो लोग खेत खरीद रहे थे, पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है।