आर्मी चीफ बोले, फयाज के कातिलों को दंड देना बहुत जरूरी

कश्मीर घाटी में सेना के लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के बाद कश्मीर के मौजूदा हालात पर हुई आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत से. घटना पर दुख जताने के साथ ही सेना प्रमुख रावत ने कहा कि लेफ्टिनेंट फयाज के कातिलों के खिलाफ कार्रवाई बहुत जरूरी है. सेना की कोशिश घाटी में माहौल को सुधारना और शांति कायम करना है. 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लेफ्टिनेंट फयाज की हत्या और जिस तरह आतंक घाटी में फैलाया जा रहा है. उसके खिलाफ कश्मीर के नौजवानों को खड़ा होना होगा. ताकि आतंक के आकाओं को एक्सपोज किया जा सके. पढ़िए कश्मीर के हालात पर आर्मी चीफ के साथ पूरी बातचीत…

आर्मी चीफ बोले, फयाज के कातिलों को दंड देना बहुत जरूरी

लेफ्टिनेंट फयाज के बारे में

आर्मी चीफ ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है. फयाज ने अपनी मेहनत के बल पर एनडीए में दाखिला हासिल किया. उसके बाद बहुत ही कामयाबी के साथ एक सफल अफसर बनकर दूसरी बटालियन राजपूताना रायफल में उनका दिसंबर 2016 में कमीशन हुआ. वो इस वक्त अखनूर में तैनात थे. वहां से अपने परिवार के किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कश्मीर घाटी लौटे थे. घर में खुशी का माहौल था, लेकिन इसी बीच बड़ी बर्रबरता के साथ उनकी हत्या कर दी गई. मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि कश्मीर घाटी के नौजवानों को इस हत्या की कड़ी निंदा करनी चाहिए. इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए.

रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा कश्मीरी नौजवान

जनरल रावत ने कहा कि एक तरफ तो कश्मीर का नौजवान रोजगार के लिए दर बदर भटक रहा है. जैसा कि आपने देखा होगा कि जब सेना की भर्ती होती है तब बड़ी तादाद में लोग आते हैं. पुलिस की भर्ती होती है तो लोग बड़ी मेहनत के साथ कोशिश करते हैं. यहीं नौजवान चाहते हैं कि किसी तरह नौकरी पाकर अपने घर के जो हालात है उनमें सुधार ला सके. तो लेफ्टिनेंट उमर फयाज जो था वो एक ऐसा ही बहादुर नौजवान था. हमारी फौज में जो भी नौजवान भर्ती होना चाहता है. वो अपनी मेहनत, देशप्रेम के कारण भारतीय फौज में भर्ती होता है. इसी भावना के साथ फयाज फौज में भर्ती हुए थे.

आतंक के आकाओं को एक्सपोज करना जरूरी

आर्मी चीफ ने कहा कि नौजवानों को इस घटना से सबक लेना चाहिए कि जिस तरह का आतंक कश्मीर में फैलाया जा रहा है. ये कश्मीर और यहां की आवाम के लिए सही नहीं है. उनको शायद अब विचार करना होगा कि किस तरह से आतंक के आकाओं को एक्सपोज किया जाए. आम जनता में ये भावना फैलाई जाए कि आतंक से जो नुकसान हो रहा है वो कश्मीर के लिए ठीक नहीं है. आखिर में यह कश्मीर के विकास को रोकने की साजिश है.

सेना का सर्च और क्लियर ऑपरेशन

आर्मी चीफ ने कहा कि सेना कश्मीर घाटी में लगातार कार्रवाई कर रही है. हमारा मकसद है घाटी में माहौल को सुधारना और घाटी में शांति और अमन को स्थापित करना है. इस वक्त हमने कुछ सर्च और क्लियर ऑपरेशन भी किए हैं. सर्च और क्लियर ऑपरेशन जो मैं कहना चाहता हूं वो क्वॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन से अलग है. पहले जब घाटी में हालात बिगड़े हुए थे. 1990 से लेकर आगे के दिनों तक उस वक्त लगातार क्वॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन किए जाते थे. इसमें गांव वालों को एक जगह इकट्ठा करके हर घर को सर्च किया जाता था. इसमें आवाम को काफी तकलीफ होती थी.

लेफ्टिनेंट फयाज के कातिलों को दंड देना जरूरी

आर्मी चीफ ने कहा कि साउथ कश्मीर के अंदरूनी माहौल को भी सुधारने की कोशिश हो रही है. उमर फयाज के जो कातिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करना बहुत ही जरूरी है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बहुत ही जल्दी और सफलता के साथ फयाज के 3 कातिलों की पहचान करने में कामयाबी हासिल की है. हमारी कोशिश रहेगी कि इंटेलीजेंस बेस्ड ऑपरेशन करके इन तीन आतंकियों या अन्य जो लोग भी फयाज की हत्या में शामिल रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें.

आतंकियों को आम कश्मीरियों से अलग करना

उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारा जो मकसद है. वो यह है कि जो नौजवान आतंक फैला रहे हैं और गांव वालों की या शहरवासियों की दिनचर्या में जो बाधा डाली जा रही है. उसमें सफल न हो. हमारा मकसद है कि आतंकियों को जिस तरह का सेफ हेवन मिल रहा है, उसे खत्म किया जाए. आतंकियों को गांव वालों, शहर वालों से अलग कर दिया जाए. इसीलिए सेना सर्च और क्लियर ऑपरेशन को अंजाम दे रही है. सर्च और क्लियर ऑपरेशन की कार्रवाई जारी रहेगी. ताकी आतंकवादियों को शहर या गांव में शह नहीं मिल सके. सेना घाटी के माहौल को बिगड़ने नहीं देगी.

साउथ कश्मीर में बिगड़ा है माहौल

आर्मी चीफ ने कहा कि जिस तरह की कार्रवाई आप कश्मीर में देख रहे हैं. उसमें ज्यादातर माहौल जो बिगड़ा है वो साउथ कश्मीर में बिगड़ा है. इसमें अनंतनाग, शोपियां, बडगाम और पुलवामा जैसे इलाकों में माहौल बिगड़ा है. ऐसे में सेना की कोशिश है कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ को रोका जाए. हमारी जो फेंस है उसको मजबूत बनाने का काम हो रहा है. साथ ही घुसपैठ को रोकने के लिए तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.

‘जैसा सरकार कहती है, सेना करती है’

सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर की आवाम और नौजवानों को भड़काया जा रहा है. कुछ लोग कहते हैं कि ये आजदी की जंग है. कश्मीर की जनता कन्फ्यूज्ड है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की बात मानकर ही अमन कायम हो सकता है. मौजूदा हालत में अलगाववादियों से बातचीत करनी चाहिए इस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. जैसा सरकार कहती है सेना उसके मुताबिक कार्रवाई करती है.

दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी तैयारी

उन्होंने कहा कि जैसे जैसे मौसम में सुधार आ रहा है सरहद से घुसपैठ तेज हो गई है. इसीलिए नौशेरा और राजौरी में सीमा पार से फायरिंग हो रही है. हम उसका पूरा जवाब दे रहे हैं. कई साल से पाकिस्तानी सेना की मदद से बैट एक्शन की कार्रवाई होती है. 99 प्रतिशत हम उस कार्रवाई को नाकाम करते हैं. उन्होंने कहा कि दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में अभी कुछ नही बताऊंगा, लेकिन हमारी तैयारी है. अगर पाकिस्तान की तरफ से इसी तरह की कार्रवाई चलती रही तो हम फिर कार्रवाई करेंगे.

आतंकियों के बहकावे में न आएं कश्मीरी

जनरल रावत ने कहा कि आतंक के आका अपने महलों में बैठे हैं. कश्मीर के लोगों को सोचना होगा कि क्या ये माहौल उनके पक्ष में है. हम चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा कश्मीर का युवा फौज में आए, लेकिन अगर उनका हाल उमर फयाज जैसा होगा तो फिर फौज में आने का क्या फायदा होगा. पहले बुरहान वानी था. उसको सोशल मीडिया में दुष्प्रचार से लीडर बनाया गया. फिर जाकिर मूसा आता है. मैं कहता हूं कि कश्मीर के लोग आतंकियों के बहकावे में न आएं. अमन शांति की बहाली में सेना का साथ दें.

 

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