Artificial Intelligence स्कूली बच्चों को अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का एक या दो चेप्टर नहीं बल्कि पूरी किताब ही पढ़ने को मिलेगी। दरअसल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध स्कूलों में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा।
इसके लिए 12 घंटे का एक मॉड्यूल तैयार किया गया है और पाठ्यक्रम सीबीएसई स्कूलों को भेजा जा चुका है। पहले चरण में इस विषय को कक्षा नौवीं से लागू किया जाएगा। इसके बाद कक्षा आठ और दस में भी इसे पढ़ाने की योजना है।
केंद्र सरकार की ओर से देश के विभिन्न भागों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए कोर्स को लागू करने के लिए अब तक 40 से अधिक ट्रेनिग प्रोग्राम कराए जा चुके हैं।
सरकार ने इसे विद्यालयों में लागू करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, आइबीएम जैसी कंपनियों से समझौता किया है। ये कंपनियां पहले दौर में शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित करेंगी।
इस विषय का 50 अंक का सैद्धांतिक पेपर होगा। सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध पाठ्यक्रम में पहली यूनिट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का परिचय है।
इस विषय के पहले खंड में 10 अंक की सैद्धांतिक और 10 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी। दूसरी खंड में प्रोजेक्ट साइकिल शामिल है, इसमें भी 10 अंक की सैद्धांतिक और 10 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी।
तीसरी यूनिट में न्यूरल नेटवर्क को रखा गया है, इसमें 10 अंक की सैद्धांतिक और 10 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी। चौथी यूनिट में पायथन का परिचय है, इसमें 20 अंक की सैद्धांतिक और 10 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी। इसी तरह पांचवीं यूनिट में कोकरिकुलम स्किल शामिल हैं, इसमें 10 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी।