बुलंदशहर हिंसा में यूपी पुलिस को हिला देने वाला एक और वीडियो आया है. खुद को शिखर अग्रवाल बताने वाला ये शख्स उंगली उठाकर खुद को बेगुनाह बता रहा है. इस वीडियो को देखने के बाद आपको गुस्सा आएगा. जिस इंस्पेक्टर ने बुलंदशहर में शहादत दी, उन्हीं के लिए ये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है.
यूपी पुलिस को शर्मसार कर देने वाला एक और वीडियो. पुलिस कातिलों को ढूंढ़ रही है. और बुलंदशहर के आरोपी एक-एक कर सामने आ रहे हैं. वीडियो बना रहे हैं. और जो जांबाज़ अफ़सर शहीद हुआ उसे गालियां दे रहे हैं.
योगेश राज के बाद वीडियो के साथ सामने आया ये है बुलंदशहर हिंसा का एक और आरोपी. हम दावे के साथ कह सकते हैं. इसकी एक-एक बात सुनकर आपका ख़ून खौल जाएगा. आप देखेंगे किस तरह वो उंगली उठाकर बेशर्मी से अपना परिचय दे रहा है. कह रहा है कि हिंसा की घटना को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.
वीडियो में वो कहा रहा है- “मेरा ही नाम शिखर अग्रवाल है. मैं बीजेपी युवा मोर्चा का नगर अध्यक्ष हूं. पुलिस, मीडिया ने घटना को तोड़-मरोड़कर पेश किया है. मैं Rightist supporter हूं. ऐसी पार्टियों को सपोर्ट करता हूं जो देश में गाय, गंगा और गायत्री को स्थापित करना चाहती हैं. मैं डॉक्टरी का छात्र हूं. BAMS अलीगढ़ से कर रहा हूं.”
जो अफ़सर लाइन ऑफ़ ड्यूटी पर शहीद हुआ. जिसने अकेले ही सैकड़ों की उग्र भीड़ का सामना किया. जिन्हें वीडियो में इसके एक और आरोपी योगेश राज को समझाते हुए साफ़ देखा जा सकता है. ऐसे अफ़सर पर ये आरोप लगा रहा है.
हत्यारोपी शिखर कह रहा है- “मैं जा रहा था. देखा गाय के अवशेष पड़े हैं. अवशेष ट्रॉली में लेकर चौकी जाने लगे. तभी सुबोध सिंह ने रोका. उपज़िलाधिकारी को बताया कि सुबोध ने धमकी दी है.”
ये आरोपी ख़ुद फ़रार है. इस पर शहीद अफ़सर की हत्या का केस दर्ज है. ये पुलिस से भागा-भागा फिर रहा है. लेकिन इसकी बेशर्मी देखिए. जिस अफ़सर ने शहादत दी. जो भीड़ को समझाते-समझाते, उन्हें शांत कराते शहीद हो गया. उनके लिए किस तरह अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है.
हिंसा का आरोपी बीजेपी नेता शिखर वीडियो में बोल रहा है- ” स्याने का बच्चा-बच्चा जानता है सुबोध कुमार सिंह करप्ट इंसान है. मुस्लिम समुदाय से यारी करके हमारी माताओं पर प्रहार करवाया है. ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आप सुन रहे हैं. अगर फुरसत मिल जाए तो अपनी एनकाउंटर वाली यूपी पुलिस से कहिए कि इस आरोपी को गिरफ्तार कर जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजे. ये न सिर्फ़ इस आरोपी का वीडियो है. बल्कि ये यूपी पुलिस के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली बात है.
जिन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए वो आरोपी न सिर्फ फरार हैं, बल्कि एक-एक कर वीडियो जारी कर रहे हैं. इससे पहले योगेश राज ने वीडियो जारी कर खुद को बेगुनाह बताया था. अब सबकी निगाहें यूपी पुलिस पर हैं. ख़ाकी वर्दी पर सवाल उठ रहे हैं कि आख़िर वो अपना फ़र्ज कब निभाएगी. कब बुलंदशहर हिंसा के दरिंदों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी.