नई दिल्ली। सरकार ने आयात पर निर्भरता घटाने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। एक अधिकारी ने बताया कि कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में गठित यह टास्क फोर्स आयात पर निर्भरता घटाने के लिए संभावित वस्तुओं के अलावा नीतिगत बदलावों के बारे में अपनी राय देगा। टास्क फोर्स में वाणिज्य, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन, कौशल विकास, राजस्व, रक्षा उत्पादन, स्टील, पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा टेलीकम्यूनिकेशंस विभागों के सचिवों को शामिल किया गया है।
अधिकारी का कहना था कि यह टास्क फोर्स ऐसे उत्पादों का आयात घटाने के बारे में सुझाव देगा, जिनका या तो उत्पादन देश में संभव है या जिनके उत्पादन की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं। सरकार का यह कदम इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि कच्चा तेल, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर, उपकरण, दवाओं के अवयव, सोना और रसायन जैसे कई महत्वपूर्ण उत्पादों के लिए आयात पर बहुत ज्यादा निर्भर है।
देश का सालाना औसत आयात 450 अरब डॉलर (30 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) है। पिछले वित्त वर्ष के देश का आयात 20 फीसद बढ़कर 460 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसमें अकेले कच्चे तेल के आयात की हिस्सेदारी 109.11 अरब डॉलर रही।
कारोबारी विशेषज्ञों ने दवाओं के अवयव यानी एपीआई के आयात के मामले में चीन पर निर्भरता को लेकर चिंता जताई है। वर्तमान में देश के एपीआइ आयात में चीन की हिस्सेदारी 60 फीसद से ज्यादा है। एक विशेषज्ञ का कहना था कि आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार को उत्पादन बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना ही होगा। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बिस्वजीत धर ने कहा कि सरकार को उन क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ाने पर जोर देना चाहिए, जिनमें आयात ज्यादा हो रहा है। उन्होंने कहा कि व्यापक औद्योगिक नीति से ही उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
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