मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दूसरा बजट पेश किया। बजट पेश होने से पहले ही हर वर्ग को इससे काफी उम्मीदें थीं।
एक महिला वित्त मंत्री होने के कारण महिलाएं को बजट से काफी उम्मीदें थीं और बजट पेश होने के बाद लगता है कि काफी हद तक यह महिलाओं की अपेक्षाओं पर खरा उतरा है।
देश की महिलाओं की ओर इस बजट में खास ध्यान दिया गया है। महिलाओं के स्वास्थ्य को जहन में रखकर सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा की है। सबसे खास बात है कि बजट में महिलाओं के स्वास्थ्य पर फोकस किया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 10 करोड़ परिवारों के न्यूट्रिशन की घोषणा की है। इसके अलावा महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 28,600 करोड़ रुपये का आवंटन करने की भी घोषणा की गई है।
महिलाओं के लिए सरकार ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि जल्द ही मातृत्व की उम्र में बदलाव किया जा सकता है। जहां पहले सरकार ने महिलाओं की शादी की उम्र में बदलाव किया था, वहीं अब उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मां बनने की उम्र को लेकर भी चर्चा चल रही है। इसके लिए टास्ट फोर्स का गठन किया जाएगा और यह गठन 6 महीने में इस विषय पर अपनी रिपोर्ट तेयार करेगा।
इसके अलावा बजट में यह भी घोषणा की गई है कि 6 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन को दिए जाएंगे। यह घोषणा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए काफी बेहतर कही जा सकती है क्योंकि काम के दौरान उन्हें अक्सर कम्यूनिकेशन की समस्या का सामना करना पड़ता है।
स्वास्थ्य क्षेत्र पर बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं पर 70 हजार करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा देशभर में फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार पहल करेगी। इसके तहत देश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए PPP मॉडल शुरू होगा।