लिवर शरीर की सबसे महत्वपूर्ण और बड़ी ग्रंथी है। यह पेट के दाहिनी ओर नीचे की तरफ होता है। लिवर शरीर की बहुत सी क्रियाओं को नियंत्रित करता है। लिवर खराब होने पर शरीर की कार्य करने की क्षमता न के बराबर हो जाती है और व्यक्ति को लिवर की खराबी का पता तब चलता है, जबकि वह 90 फीसद खराब हो जाता है। लिवर की खराब के कारण हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, ई, होता है और कई बार तो स्थिति यह हो जाती है कि व्यक्ति की मौत तक हो जाती है। हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, जिसमें मात्र डेढ़ सौ रुपये में तीन डोज लेने से पूरी तरह से उपचार हो जाता है।
लिवर की बीमारियां-
पीलिया, फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, शराब से लिवर को होने वाली बीमारियां और लिवर कैंसर।
लिवर में ब्रॉकली है फायदेमंद-
ब्रोकली या पत्ता गोभी के नियमित सेवन से पाचन संबंधी समस्याओं से निजात मिल सकती है। इसमें आंत को स्वस्थ रखने वाले मिश्रण पाए जाते हैं। ब्रोकली में पाया जाने वाला मिश्रण इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। आंत के स्वस्थ रहने पर पाचन तंत्र भी दुरस्त रहता है।
फाइबर से भरपूर ओटमील-
ओट्स में पर्याप्त फाइबर होने के कारण इसे अपने आहार में शामिल करना अच्छा होता है। इसमें सॉल्युबल और अनसॉल्युबल दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं। अनसॉल्युबल पानी में नहीं घुल पाता। यह स्पॉन्जी होता है, जो कब्ज को दूर करने में मदद करता है। साथ ही पेट खराब होने से भी बचा पाता है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन बी-काम्प्लेक्स और मैग्नीशियम होता है, जो नर्वस सिस्टम के लिए बहुत जरूरी होता है। गर्मी के कारण चक्कर, दिल घबराने जैसी आम समस्याओं में यह बहुत लाभदायक होता है।
कॉफी पीने से कम होता है लिवर कैंसर का खतरा-
कॉफी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो आपके मूड को ठीक करने में मदद करते हैं। यह शरीर को ऊर्जावान भी बनाता है, जिससे दोबारा काम करने की क्षमता भी बढ़ जाती है। कॉफी पीने से कई तरह के कैंसर, डायबिटीज, लिवर संबंधी रोग और डिमेंशिया का खतरा कम होने के साथ उम्र भी बढ़ती है। कुल मिलाकर कॉफी सेहत को नुकसान से ज्यादा फायदा पहुंचाती है।
लिवर खराब होने के लक्षण-
- मुंह का स्वाद खराब होना
- शरीर में आलसपन और कमजोरी
- छाती में जलन और भारीपन होना
- लिवर वाली जगह पर दबाने से दर्द होना
- भूख न लगना, बदहजमी व पेट में गैस बनना
- लिवर बड़ा हो जाता है तो पेट में सूजन आने लगती है
लिवर खराब होने का खतरा-
- शरीर में विटामिन बी की कमी
- शराब का अत्यधिक सेवन और धूमपान
- पीने के पानी में क्लोरीन की अधिक मात्रा
- रंगयुक्त मिठाइयों और कोल्ड ड्रिंक का प्रयोग
- एंटी बायोटिक दवाईयों का अधिक मात्रा में सेवन
- घर की उचित सफाई न होना। मलेरिया, टायफाइड से पीड़ित होना
- दूषित मांस खाना, गंदा पानी पीना, मिर्च मसालेदार और चटपटा खाना
ग्रीन टी-
प्रतिदिन इसके सेवन से मुंह के कैंसर में लाभ होता है। कैंसर मरीजों के लिये ये बहुत फायदेमंद हैं, उन्हें प्रतिदिन इसका सेवन जरूर करना चाहिये। ग्रीन टी पीने से त्वचा सुंदर बनती है और बाल भी स्वस्थ होते हैं। इससे हृदय स्वस्थ रहता है और मोटापा भी कम होता है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी हमारे शरीर की इम्युनिटी बढ़ाती है। ग्रीन टी शरीर को तरोताजा ओर हेल्दी रखने के साथ-साथ वजन को भी नियंत्रित करती है। इससे पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।