आपसी एकता और सद्भाव का पर्व क्रिसमस को लेकर राजधानी पूरी तरह से तैयार है। बाजार में जहां क्रिसमस ट्री और सेंटा क्लाज की कैप क्रिसमस पर्व के आने का संदेश दे रही हैं तो वहीं रोशनी से नहाए गिरजाघर प्रभु यीशु के अवतरण का इंतजार कर रहे हैं। 24 की मध्यरात्रि प्रभु का विधि विधान से अवतरण होगा और ईसाई समाज के लोग एक दूसरे को बधाई देंगे।
शनिवार से राजधानी के सभी गिरजाघरों में लाइटिंग के साथ ही झांकियों को बनाने का कार्य शुरू हो गया है। हजरतगंज के कैथेड्रल में पहली बार कोलकाता के चंदरनगर की लाइटों के माध्यम से प्रभु यीशु के अवतरण को दिखाने की तैयारी की जा रही है।
मोहम्मद अली ने क्रूस पर स्टार टांगने का कार्य भी पूरा कर दिया है। कैथेड्रल में 24 दिसंबर की रात्रि 10:30 बजे प्रभु यीशु का अवतरण समारोह होगा जो रात्रि एक बजे तक चलेगा।
आलमबाग के होली रिडीमर चर्च के प्रवक्ता संजय लांजरस ने बताया कि परिसर में दो दिनों तक क्रिसमस मेला लगेगा। एसेंबली ऑफ बिलीवर्स चर्च के प्रवक्ता मॉरिस कुमार ने बताया कि इंदिरानगर, हिंदूनगर, अलीगंज व बख्शी का तालाब समेत कई स्थानों पर विविध आयोजन होंगे।
कैथेड्रल समेत अन्य गिरजाघरों में झांकियों को बनाने का कार्य शुरू हो गया है। चरनी (गोशाला) में प्रभु यीशु के अवतरण की दास्तां बताई जाएगी। वहीं शनिवार को फादर पॉल रोड्रिंग्स की याद में धर्माध्यक्ष फादर जेरॉल्ड जॉन मथायस और और फादर डॉ.डोनाल्ड डिसूजा के संयोजन में कैथेड्रल में विशेष प्रार्थना हुआ।
गिरजाघरों में क्रिसमस पर प्रभु यीशु के अवतरण के बर्तनों की पॉलिश के लिए केमिकल और उसे चमकाने की ग्राइंडिंग मशीन भी खुद लेकर आते हैं। उनका कहना है कि इंसान एक होता है और धर्म हमे जोड़ने की शिक्षा देता है। मेरा बेटा बिजनेसमैन है और बेटी सॉफ्टवेयर इंजीनियर, लेकिन किसी ने मेरी सेवा को लेकर कभी नाराजगी नहीं जताई।