एजेंसी/ नई दिल्ली : आधुनिक गुलामी के मामले में भारत शीर्ष पर है। भारत में वेश्यावृति, बंधुआ मजदूरी औऱ भीख जैसी गुलामी में करीब 1 करोड़ 83 लाख लोग जकड़े हुए है। इस तरह दुनिया में गुलामों की संख्या के मामले में अग्रणी देश बन गया है। दुनिया भर की बात करें तो आधुनिक गुलामों की संख्या करीब 4 करोड़ 60 लाख है।
ऑस्ट्रेलियाई मानवाधिकार समूह वॉक फ्री फाउंडेशन की ओर से मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों से उपरोक्त बातों की पुष्टि हुई है। इसके अनुसार, 2016 वैश्विक गुलामी सूचकांक के तहत बताया गया है कि औरतों और बच्चों को मिलाकर करीब 4 करोड़ 58 लाख लोग गुलामी भरी जिंदगी जी रहे है।
2014 में यह संख्या 3 करोड़ 58 लाख थी। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 1 अरब 30 करोड़ की आबादी में से 83 करोड़ 50 हजार लोग गुलाम है। उत्तर कोरिया में भी इसकी अधिकता है। वहां आबादी का 43.7 प्रतिशत भाग आधुनिक गुलाम है। 2014 में भारत में गुलामों की संख्या 1 करोड़ 43 लाख थी।
आधुनिक गुलामी करीब 167 देशों में पाई गई है, जिनमें से पांच शीर्ष देश एशिया के है। भारत के बाद चीन (33 लाख 90 हजार), पाकिस्तान (21 लाख 30 हजार), बांग्लादेश (15 लाख 30 हजार) और उज्बेकिस्तान (12 लाख 30 हजार) का स्थान है।