भारत को दहलाने के लिए पाकिस्तान की टेरर पाठशाला में ट्रेंड हुए आतंकी दिल्ली पुलिस की विशेष सेल की पूछताछ में बड़े खुलासे कर रहे हैं। दहशतगर्दो को देश के रेलवे नेटवर्क से लेकर आर्थिक सिस्टम को नष्ट करने का अभ्यास दिया गया था। किन्तु दिल्ली पुलिस तथा एटीएस की चतुराई के चलते आतंकी अपने मंसूबों में पूर्ण रूप से विफल हो गए। हालांकि देश के अंदर अभी भी कई दहशतगर्द छिपे हैं जिनकी खोज एटीएस कर रही है तथा ये आतंकी पाकिस्तान तथा डी कंपनी की फंडिंग पर ही पल रहे हैं।
वही इस बीच आतंकी जीशान भी विशेष सेल की पूछताछ में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI की स्क्रिप्ट खोलकर रख रहा है। आतंकी जीशान ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में ट्रेनिंग के चलते उन्हें भारत की बड़ी फैक्ट्रियों को भी उड़ाने का अभ्यास कराया गया था। आतंकी आकाओं का कहना था कि यदि बड़े धमाके करने में विफल हो जाओ तो किसी बड़ी कंपनी को निशाना बनाना जिससे भारत को आर्थिक चोट भी की जा सके। वहीं रेलवे से जाने वाले कॉटन को धमाका कर मिटाने की बात भी बोली गई थी।
वही प्रश्न उठता है कि अपने जीवन के आखिरी दिनों में बीमार दाऊद इब्राहिम भारत को दहलाकर क्या प्राप्त करना चाहता है? क्या डी कंपनी देश में इस स्तर पर एक्टिव है कि वो भारत को आर्थिक हानि पहुंचा सकती है? जान मोहम्मद जैसे कितने गुर्गे अभी देश में दाऊद इब्राहिम ने पाले हुए हैं तथा सबसे बड़ा प्रश्न तो ये है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां दाऊद इब्राहिम के गुर्गों को मिटने के लिए किस लेवल पर कार्य कर रही हैं। क्योंकि जब तक पाकिस्तान में बैठा दाऊद डी कंपनी की बहीखातों से दहशतगर्दो का पालन-पोषण करता रहेगा, उनके खर्चे उठाता रहेगा तब तक भारत पर प्रत्येक दिवाली-दशहरा आतंकी घटनाओं का खतरा मंडराता रहेगा।