यस बैंक संकट (Yes Bank Crisis) को लेकर आज शुक्रवार को बैठक में चर्चा हो सकती है. यह भी संभव है कि यस बैंक के रिस्ट्रक्चरिंग को मंजूरी भी दे दी जाए. बता दें कि शुक्रवार सुबह कैबिनेट और CCEA की बैठक होनी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक के दौरान कैबिनेट में यस बैंक के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान को मंजूरी दे दी जाए.

RBI ने मांगा था सुझाव
कैबिनेट बैठक में ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यस बैंक के प्रस्तावित रिस्ट्रक्चरिंग प्लान पेश करेगा. RBI द्वारा प्रस्तावित ड्राफ्ट स्कीम के तहत भारतीय स्टेट बैंक (SBI) निवेशक के तौर पर यस बैंक में 49 फीसदी स्टेक खरीद सकता है. इसके पहले RBI ने ड्राफ्ट स्कीम को लेकर लोगों से सुझाव मांगे थे. इसके लिए सोमवार यानी 9 मार्च अंतिम तारीख तय की गई थी.
SBI ने पहले ही कहा है कि यस बैंक के लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का गठन किया जाएगा, जिसमें चीफ एग्जीक्यूटिव, मैनेजिंग डायरेक्टर, नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स शामिल होंगे.
वित्तीय मंत्रालय (Ministry of Finance) के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) भी इस पूरे मामले पर करीबी से नजर बनाए हुए है. पिछले शुक्रवार को ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने कहा था, ‘मैं इस पूरे मामले पर RBI से लगातार संपर्क में हूं. RBI स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हमें सुनिश्चित किया है कि वो जल्द ही कोई उचित रास्ता निकालेंगे.’
HDFC और कोटक भी कर सकते हैं निवेश
बुधवार को भी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में SBI के रेस्क्यू प्लान के हवाले से कहा गया है कि हाउसिंग डेवलमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (HDFC Ltd.) और कोटक महिंद्रा प्राइम लिमिटेड भी संकट के दौर से गुजर रहे यस बैंक लिमिटेड में 2,000-2,000 करोड़ रुपये निवेश कर सकते हैं.
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