बोर्ड परीक्षा के शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं. छात्र अपनी तैयारियों में व्यस्त हैं और दबाव में भी हैं. इस आखिरी दौर में छात्र भारी तनाव से गुजरते हैं. छात्रों की इसी मुश्किल को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनोखी पहल की है. इस पहल में पीएम देश भर के छात्रों से, जो अगले दिनों में परीक्षा की घड़ी से गुजरने वाले हैं, अपने अनुभवों को साझा करेंगे. इनमें 10वीं और 12वीं के छात्र भी होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी, शुक्रवार को स्कूली छात्रों से संवाद करेंगे. पीएम एक प्रोग्राम ‘परीक्षा पे चर्चा’ में 6वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को आगामी 10 वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर संबोधित करेंगे. सीबीएसई ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों को पीएम की ‘परीक्षा पर चर्चा’ की सफलता के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि इस आयोजन में अधिकांश स्टूडेंट्स इसमें शामिल हो सकें.
सीबीएसई ने जारी सर्कुलर में स्कूलों को बताया था कि इस इंटरेक्टिव इवेंट का आयोजन 16 फरवरी को सुबह 10:30 बजे से दोपहर तक किया जाएगा. निर्देश के मुताबिक, 9वीं से लेकर 12वीं तक स्टूडेंट्स प्रधानमंत्री से सवाल कर सकते हैं. सभी सवाल 100 शब्दों की सीमा के अंदर होना चाहिए और इन्हें वेबसाइट mygov.in में सब्मिट करना होगा. इन्हीं में से चुने गए सवालों का जवाब पीएम देंगे.
स्कूलों टीवी सेट्स, इंटरनेट, रेडियो सेट्स आदि की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है ताकि आसानी से ट्रांसमिशन और प्रोग्राम का प्रसारण किया जा सके. प्रभात खबर के मुताबिक प्रोग्राम का प्रसारण डीडी न्यूज, डीडी नेशनल और डीडी इंडिया से होगा. पीएमओ, एचआरडी मंत्रालय, दूरदर्शन, यू-ट्यूब और mygov.in.पर वेब प्रसारण किया जाएगा.
स्कूलों को इस प्रोग्राम में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स से फोटो क्लिक करने और 2 मिनट की वीडियो क्लिप बनाने के लिए कहा गया है. उन्हें ये सीबीएसई के बोर्ड कार्यालय को भेजना होगा. बता दें कि इसी तरह का प्रोग्राम साल 2014 में शिक्षकों को लिए आयोजित किया गया था. पीएम बनने के बाद मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में परीक्षाओं की कठिनाईयों और तैयारी के मद्देनजर स्टूडेंट् के लिए एक किताब ‘एग्जाम वारियर्स’ लिखी है. पीएम ने अपनी इस किताब में छात्रों के लिए 25 मंत्र बताए है. 200 पेज की इस किताब की बुकस्टोर्स में खूब बिक्री हुई. ‘एग्जाम वारियर्स’ उपाख्यानों के रूप में है, जिसमें पीएम के स्कूल के दिनों और उनके रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ से लिए गए हैं. इसमें तनाव से निपटने के तरीके बताए गए हैं.
पीएम ने अपनी इस किताब में कहा है ‘किसी तरह बनना एक परंपरागत रास्ता है… ऐसा रास्ता चुने जिस पर कम लोग गुजरे हैं’. उन्होंने यह भी कहा, ‘बी ए वॉरियर, नॉट ए वॉरियर’.