रंगों का हमारे जीवन पर खास प्रभाव होता है. अगर रंग शुभ हो तो उससे भाग्य उदय होता है. लेकिन अगर रंग किसी व्यक्ति के लिए अशुभ है तो वह दुर्भाग्य का करण बनता है. हमारे स्वास्थ्य, चिंतन, आचार-विचार आदि पर इनका गहरा प्रभाव पड़ता है.
खासतौर से काला रंग हमेशा अशुभ माना जाता है. इसलिए शादी हो या कोई शुभ काम, काला रंग दूर ही रखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि काले रंग का प्रयोग करने से राहू का प्रभाव अत्यधिक होता है. जो हमारे जीवन में समस्याएं उत्पन्न करता है.
लेकिन हम यहां आपको बता रहे हैं कि काला रंग आपके सारे संकटों को नाश कर सकता है और यहां तक कि यह आर्थिक संकटों को भी दूर कर सकता है.
यदि काला रंग इतना ही नकारात्मक प्रभाव देता है तो फिर बुरी नजर के प्रभाव से बचने के लिए अक्सर घरों के बाहर काले रंग का मटका या नजर बंध लगाया जाता है ताकि घर को बुरी नजर से बचाया जा सके.
काला धागा घर के दरवाजे पर बांधा जाता है या फिर काला टिका लगाया जाता है ताकि घर को बुरी शक्तियों के प्रभाव से बचाया जा सके.
मानने वाले इसे बुरी बलाओं को भगा कर सुखी जीवन जीने का सार मानते हैं. काला धागा बांधने अथवा काला-टीका लगाने के पीछे वैज्ञानिक कारण हैं. काला रंग उष्मा का अवशोषक होता है.
मान्यता है कि काला धागा बुरी नजर को या बुरा ऊर्जाओं को अवशोषित कर लेता है व उनका प्रभाव हम पर नहीं पडऩे देता. यही नहीं मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी के चरणों से लगाकर गले में बांधा गया काला धागा सभी बुरी बलाओं से रक्षा करता है.
धन-दौलत और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए मंगलवार अथवा शनिवार की शाम काले रंग का रेशमी या सूती धागा खरीदकर हनुमान जी के मंदिर में ले जाएं. हनुमान जी के स्वरूप के समक्ष बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए धागे पर नौ छोटी-छोटी गांठे लगा लें.
फिर उस पर बजरंगबली के चरणों का सिंदूर लगाएं. अब जय सियाराम का जाप करते हुए इस धागे को घर ले आएं. अब इस धागे को मुख्यद्वार पर बांध दें, ऐसा करने से घर में प्रवेश करेगी सुख-समृद्धि और किसी भी तरह का डर, दुश्मन, प्रेत बाधा और बीमारी से स्वयं रक्षा करेंगे संकटमोचन.
इस धागे को तिजोरी पर भी बांधा जा सकता है. इससे वो कभी खाली नहीं होगी और बढ़ता रहेगा धन.