कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. इसपर चर्चा के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब ये नहीं है कि हम दुनिया के लिए दरवाज़े बंद कर दें.
उन्होंने कहा कि आज दुनिया के लिए भारत का आत्मनिर्भर होना जरूरी है. अभी हालिया वक्त में मेडिकल के लिए अब काफी अवसर हैं, काफी सामान बाहर से आते हैं लेकिन अब इन्हें घर में बनाने की जरूरत है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियों का सामान आज भारत में बनता है, एप्पल फोन बाहर डिज़ाइन होता है लेकिन असेंबल हमरे देश में ही होता है.
केंद्रीय मंत्री बोले कि जब हम सरकार में आए थे तो देश में 2 मोबाइल फैक्ट्री थी, आज 268 फैक्ट्री हैं. नोएडा-ग्रेटर नोएडा में ही 97 फैक्ट्री हैं.
भारत आज दुनिया में मोबाइल बनाने में दुनिया का नंबर दो देश, जल्द ही नंबर एक होगा. रविशंकर बोले कि पीएम ने अपील की है कि किसी को नौकरी से मत निकालिए, कंपनियों ने कर्मचारियों के साथ उनके साथ सुख झेला है तो कुछ दुख भी झेलिए.
जब केंद्रीय मंत्री से पूछा गया कि क्या दुनिया का चीन पर विश्वास कम हो रहा है और इसलिए कंपनियां भारत आ सकती हैं.
इसपर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम किसी देश का नाम नहीं लेंगे लेकिन हमारा फोकस अपने देश को आगे बढ़ाने पर है. दुनिया ने पीएम मोदी की ताकत और इच्छाशक्ति देखी है, इसलिए भारत के प्रति नज़रिया बदला है.
उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत का अपना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बनेगा, अबतक 2000 लोगों ने इसे बनाने के लिए साइन किया है.
एक मॉडल हमारे सामने आया है, जो दुनिया में सबसे बेहतर है. व्हाट्सएप के जैसा एक और सॉफ्टवेयर बनाने पर काम जारी है. वर्क फ्रॉम होम को लेकर कानून मंत्री बोले कि 85 फीसदी IT का काम आज घर से हो रहा है, इसे स्थाई बनाने की कोशिश है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये के जिस पैकेज का ऐलान किया गया है, उसका मकसद देश को आत्मनिर्भर बनाना है. इसके तहत देश में प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा, लोकल प्रोडक्ट को ग्लोबल ब्रांड बनाया जाएगा.