प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) सोसाइटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में सीएसआईआर सोसाइटी के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और जितेंद्र सिंह मौजूद रहेंगे।
सीएसआईआर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक सोसाइटी है और प्रधानमंत्री मोदी इसके अध्यक्ष हैं।
सालाना होती है यह बैठक
सीएसआईआर सोसाइटी में प्रख्यात वैज्ञानिक, उद्योगपति और वैज्ञानिक मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। सीएसआईआर गतिविधियों की समीक्षा करने और अपने भविष्य के कार्यक्रमों पर विचार करने के लिए सोसायटी की सालाना बैठक होती है।
हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों, एसटीआई के मुद्दों पर केंद्रित है बैठक
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार सीएसआईआर के अनुसंधान प्रयास अब मुख्य रूप से ग्रामीण भारत में रोजगार पैदा करने और आय के स्तर को बढ़ाने के लिए हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों, एसटीआई (विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार) के हस्तक्षेप पर केंद्रित हैं।
औद्योगिक क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को मजबूत करना है लक्ष्य
मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि औद्योगिक क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को मजबूत करना, बुनियादी ढांचे के विकास को सुविधाजनक बनाना और महत्वपूर्ण विज्ञान और प्रौद्योगिकी मानव संसाधन विकसित करना भी सीएसआईआर का जनादेश है। अनुसंधान और विकास समूह अपनी वैज्ञानिक गतिविधियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग प्लेटफॉर्म को अपना रहा है।
स्ठायी स्टार्ट-अप की सुविधा भी की गई है प्रदान
सीएसआईआर ने उद्योग के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत किया है। इससे सीएसआईआर-वित्त पोषित परियोजनाओं में उद्योग भागीदारी और सहयोग में वृद्धि हुई है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि पीपीपी मॉडल के अलावा, ऊर्जा थीम में अभ्यास किया जा रहा है। कुछ सीएसआईआर प्रयोगशालाओं ने कृषि-जैव-न्यूट्रीटेक, विशेष रसायनों, एयरोस्पेस और स्वास्थ्य संबंधी विषयों से संबंधित सीएसआईआर प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए स्थायी स्टार्ट-अप की भी सुविधा प्रदान की है।