बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) का मसला अभी भी उलझा दिख रहा है। पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) के सीटों के बंटवारे (Seat Sharing) पर नरम पड़ने की बात कही जा रही है। हालांकि, एलजेपी के स्टैंड को लेकर राजनीतिक गलियारों में और भी कई कयास लगाए जा रहे हैं। बड़ा सवाल यह खड़ा है कि क्या एलजेपी चुनाव में एनडीए में रहते हुए 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी? एनडीए में रहने से लेकर सीट बंटवारे तक तमाम मुद्दों पर सस्पेंस आज शाम में एलजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद समाप्त हो जाएगा। बैठक में बड़े फैसले की उम्मीद है। माना जा रहा है कि एनडीए में सीटों का बंटवारा एलजेपी की इस बैठक के बाद ही हाेगा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) की निगाहें चिराग पासवान की इस बैठक पर टिक गई हैं।
बैठक में एनडीए के साथ रहने को लेकर अंतिम फैसला
प्रदेश एलजेपी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी के मुताबिक चुनाव के पहले पार्टी की यह आखिरी बैठक होगी। बैठक में पार्टी के सभी सांसद, वरिष्ठ पदाधिकारी और विधायक शामिल होंगे। बैठक में एनडीए के साथ चुनाव लड़ने या 143 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। अंसारी के मुताबिक एलजेपी ने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट (Bihar First Bihari First) का विजन डॉक्युमेंट जारी करने की भी तैयारी कर ली है, जो अगली सरकार लागू करेगी।
एलजेपी अपने लिए मांग रही पसंद की 36 सीटें
एलजेपी अपने लिए 36 सीटों की मांग कर रही है। इसके साथ ही पार्टी की शर्त है कि उसे अधिकतर सीट पसंद की दी जाएं। यदि एलजेपी की यह मांग मान ली जाए तो बीजेपी और जेडीयू को अपने कोटे की कई सीटों पर समझौता करना होगा। यही कारण है कि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठकें होने के बाद भी मामला नहीं सुलझा है। अब शनिवार को एलजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पार्टी सीट शेयरिंग को लेकर अपना फैसला ले सकती है।
चिराग पासवान के रूख में नरमी की उम्मीद
मालूम हाे कि इसके पहले एलजेपी ने 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की बात कही थी। एलजेपी ने यह भी स्पष्ट किया है कि एनडीए में वह बीजेपी के साथ है तथा वह जेडीयू के खिलाफ प्रत्याशी उतारेगी। हालांकि, सूत्र बताते हैं कि इस मुद्दे पर एनडीए छोड़ने के फैसले से पार्टी के कई वरीय नेता सहमत नहीं हैं। इस कारण चिराग के रूख में नरमी की उम्मीद है।
बीजेपी कर चुकी डैमेज कंट्रोल की अंतिम कोशिश
इसके पहले शुक्रवार को बीजेपी की तरफ से डैमेज कंट्रोल की अंतिम कोशिश की जा चुकी है। शुक्रवार को चिराग की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) एवं गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से फिर बात हुई। अब फैसला दिल्ली के 12 जनपथ पर स्थित पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में शनिवार को चिराग पासवान को लेना है। इस अहम बैठक में बिहार संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी और बिहार एलजेपी प्रधान महासचिव शाहनवाज कैफी भी शामिल होंगे।
बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कल
इसके बाद चार अक्टूबर को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। बीजेपी चाहती है कि इस बैठक के पहले एनडीए के सभी दलों की स्थिति स्पष्ट हो जाए, ताकि वह अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर सके। बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए प्रत्याशियों का नामांकन एक अक्टूबर से ही शुरू हो गया है, लेकिन एनडीए के प्रत्याशी सीटों की घोषणा नहीं होने के कारण अभी तक नामांकन नहीं कर सके हैं।