आजम खान के बेटे और सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने रामपुर उपचुनाव में हुई कम वोटिंग पर तंज कसा है। अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की नाकामी है कि दोपहर 3 बजे तक 26 प्रतिशत मतदान हो गया था कि ये तो 2.6 होना चाहिए था। उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि लगता है कि कुछ डंडे अभी कम पड़े। कुछ लोगों के हाथ कम टूटे और कुछ महिलाओं के साथ शायद बर्बरता कम हुई है।
दरअसल, सपा विधायक अब्दुल्ला आजम जब वोट डालने पहुंचे तो उनकी एएसपी संसार सिंह से तीखी नोकझोंक हुई। पूर्व विधायक एवं आजम की पत्नी तजीन फात्मा ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। सपाइयों ने यहां तक कह दिया कि पुलिस खुद बूथ कैप्चरिंग करा रही है। सपा नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खान ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उपचुनाव में पुलिस ने इतना धमकाया कि लोग पलायन कर गए। वह निजी चैनलों पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में खूब बर्बरता की गई। लोगों को गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन पर हमलावर होते हुए आजम खान ने कहा कि लोगों को पीटा गया। पुलिस मोहल्लों में जाकर कह रही थी कि वोट मत डालना। एक मोहल्ले में पुलिस ने इतना धमकाया कि लोगों ने घरों में ताला लगाकर पलायन किया। हर जगह कहा जा रहा था कि वोट डालने मत जाना। उधर, एडीजी राजकुमार ने बूथों का जायजा लिया और सपाइयों के आरोपों को निराधार बताया।
उप चुनाव में उत्साह, उल्लास और उमंग, सब कुछ गायब था
उत्तर प्रदेश में सोमवार को तीन सीटों रामपुर, खतौली और मैनपुरी सीटों पर उप चुनाव हुए। इस उपचुनाव में रामपुर में सबसे कम 33.94 फीसदी वोटिंग हुई है। वोटिंग खत्म होते ही तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं पर जमीनी हकीकत की बात की जाए तो रामपुर विधानसभा के उप चुनाव में उत्साह, उल्लास और उमंग, सब कुछ गायब था। कुछ केंद्रों को छोड़कर कहीं भी मतदाताओं की न लंबी लाइन और न ही भीड़ नजर आई। बिना लाइन लगाए लोग वोट डालते रहे।