आगरा मेट्रो के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। यही गति रही तो मार्च से सिकंदरा तक मेट्रो दोड़ेगी। रैंप एरिया जोड़ने के बाद यू-गर्डर से तैयार तीन स्टेशन किए जा रहे हैं।
आगरा मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक के लिए यू-गर्डर बनने से निर्माण कार्य तेज हुआ है। पहला कॉरिडोर अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा और लोग सिकंदरा तक सफर कर सकेंगे। अगस्त तक ताज पूर्वी से आरबीएस स्टेशन तक मेट्रो चलेगी। इससे शहर में यातायात सुगम हो जाएगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट के डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि पहले कॉरिडोर में 7 स्टेशनों का निर्माण एक साथ चल रहा है। इसको दो कंपनियां बना रही हैं। आरबीएस, राजा की मंडी और आगरा कॉलेज भूमिगत स्टेशन हैं, इनमें सुरंग बनकर तैयार हो गई है। सिग्नलिंग समेत अन्य कार्य चल रहे हैं। आईएसबीटी, गुरु का ताल और सिकंदरा स्टेशन एलिवेटेड हैं। इनके लिए यू-गर्डर, टी-गर्डर, कर्व गर्डर और आर्च गर्डर की जरूरत पड़ती है। यू-गर्डर की लंबाई 28 मीटर है। रुनकता स्थित प्लांट में ये बनकर तैयार हो गए हैं।
पिलर बनने के साथ ही इनको मशीन से चरणबद्ध लगाया जा रहा है। रैंप एरिया से भूमिगत और एलिवेटेड ट्रैक को जोड़ने का कार्य चल रहा है। इससे मार्च तक यह कार्य पूरा हो जाएगा और ताज पूर्वी से सिकंदरा तक मेट्रो चलने लगेगी। आरबीएस तक जुलाई के अंत में मेट्रो चलाने की योजना है। इसमें एसएन मेडिकल कॉलेज स्टेशन के सुरंग बनाने का कार्य चल रहा है। इन चार स्टेशनों का निर्माण 3 महीने में पूरा हो जाएगा।
यातायात प्रबंधन के बिना बैरिकेडिंग, लग रहा जाम
मेट्रो के लिए बिना यातायात प्रबंधन किए एमजी रोड और सिकंदरा हाईवे पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। इससे जाम लग रहा है। फुटपाथ हटाकर रास्ता भी चौड़ा नहीं किया गया। गार्ड की संख्या भी नहीं बढ़ाई है। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. संजय चतुर्वेदी का कहना है डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में शर्तों का पालन नहीं किया गया।
बेतरतीब ढंग से बैरिकेडिंग कर मेट्रो का कार्य पूरा किया। एमजी रोड पर जाम लग रहा है। इस मार्ग पर मेडिकल कॉलेज, लेडी लायल, जिला अस्पताल और कई शैक्षणिक संस्थान हैं। यूपीएमआरसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय का कहना है कि सर्वे कर लिया है, यातायात सुगम बनाने के लिए उपलब्धता पर फुटपाथ को भी सड़क में शामिल करेंगे।