आइआइटी में नानकारी का गेट बंद कर दीवार उठाने के बाद लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा है। रविवार को नानकारी के लोगों ने सांसद से मुलाकात की तो उन्होंने मुद्दा संसद में उठाने का आश्वासन दिया। इसके साथ आइआइटी प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता करने की बात कही। कहा, जनता की समस्या हमारी समस्या है, किसी के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा।
आइआइटी और नानकारी के बीच रास्ते को लेकर विवाद काफी वर्षों से चला आ रहा है। आइआइटी स्थापना के समय से नानकारी के लोगों के लिए चंदेल गेट और प्रधान गेट बने थे। इसी गेट से नानकारी के लोग आइआइटी के रास्ते आवागमन करते थे। कुछ वर्ष पूर्व आइआइटी ने गेट बंद करने का निर्णय लिया था, जिसपर नानकारी के लोगों ने विरोध किया था। गुरुवार को आइआइटी प्रशासन ने चंदेल गेट पर दीवार खड़ी कर दी तो नानकारी के लोगों ने नाराजगी जताई थी। हंगामा करते हुए नारेबाजी के बाद रात में प्रधान गेट तोड़ दिया था। एसीएम छह ने 10 सदस्यीय कमेटी बना आइआइटी प्रशासन से बात कराने का भरोसा दिया था।
नानकारी लोगों ने विधायक और सांसद से समस्या का मांगने का फैसला किया। रविवार लोगों ने काकादेव स्थित सांसद देवेंद्र सिंह भोले के आवास पहुंचकर उन्हें समस्या से अवगत कराया। सांसद ने अधिकारियों से बात करके समस्या का हल निकालने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि समाधान नहीं होता तो संसद में मुद्दे को उठाएंगे। जनता की समस्या हमारी समस्या है, किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। इसके बाद लोग राज्यमंत्री नीलिमा कटियार से मिलने आवास पहुंचे लेकिन वो मिली नहीं। इस दौरान पार्षद र्निमल मिश्रा,अजय अग्निहोत्री, अखिलेश सिंह, लाल जी पाण्डेय, पंकज श्रीवास्तव, शैलेन्द्र सिंह, सोनू आदि रहे।